नोटबंदी पर सियासी विवाद बढ़ा , राजद के धरने में शामिल नहीं होगी कांग्रेस

पटना : नोटबंदी के विरोध में कांग्रेस पार्टी एक तरफ विपक्षी दलों की दिल्ली में बैठक कर रही है वहीं दूसरी ओर बिहार में नोटबंदी के विरोध में खड़ा होने के लिये तैयार नहीं है. जी हां, कांग्रेस की दिल्ली में होने वाली बैठक से जहां वाम दलों ने अपने-आप को किनारा कर लिया है, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 27, 2016 3:13 PM

पटना : नोटबंदी के विरोध में कांग्रेस पार्टी एक तरफ विपक्षी दलों की दिल्ली में बैठक कर रही है वहीं दूसरी ओर बिहार में नोटबंदी के विरोध में खड़ा होने के लिये तैयार नहीं है. जी हां, कांग्रेस की दिल्ली में होने वाली बैठक से जहां वाम दलों ने अपने-आप को किनारा कर लिया है, वहीं दूसरी ओर बिहार में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की ओर से नोटबंदी के खिलाफ 28 दिसंबर को आयोजित धरने में कांग्रेस शामिल नहीं होगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा है कि कांग्रेस नोटबंदी पर राजद के धरने में शामिल नहीं होगी.

गौरतलब हो कि नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर लगातार हमले कर रहे लालू प्रसाद को कांग्रेस का सपोर्ट नहीं मिलने जा रहा है. अशोक चौधरी के इस बयान से एक बार फिर कयासों का दौर शुरू हो गया है कि बिहार में महागठबंधन के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. हाल के दिनों ने लालू प्रसाद यादव ने अपने बयान में कहा था कि वह 28 दिसंबर को आयोजित धरना में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी बुलायेंगे. हालांकि अभी तक इस बारे में कोई पार्टी की ओर से पुष्टि नहीं की गयी है कि नीतीश कुमार इस धरने में शामिल होंगे की नहीं. जबकि कांग्रेस की ओर से आज अशोक चौधरी ने एक क्षेत्रीय चैनल को बयान देकर कहा कि राजद के धरने कांग्रेस पार्टी शामिल नहीं होगी.

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