पटना में पुलिस की मनमानी बढ़ी, शिकायतें आ रहीं मुख्यालय

पटना : राज्य के कई जिलों में कानून की रक्षा करने वाले थाना स्तर पर पुलिस वाले ही कानून की अनदेखी करते हैं. पुलिस वालों की मनमानी की इस तरह की शिकायतें पुलिस मुख्यालय को अक्सर मिलती रही है. मुख्यालय में आयोजित जन सुनवाई के दौरान ऐसी कुछ शिकायतें आयी हैं, जो इनकी लापरवाही की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2016 7:00 AM
पटना : राज्य के कई जिलों में कानून की रक्षा करने वाले थाना स्तर पर पुलिस वाले ही कानून की अनदेखी करते हैं. पुलिस वालों की मनमानी की इस तरह की शिकायतें पुलिस मुख्यालय को अक्सर मिलती रही है. मुख्यालय में आयोजित जन सुनवाई के दौरान ऐसी कुछ शिकायतें आयी हैं, जो इनकी लापरवाही की हद को बताने के लिए प्रयाप्त हैं. इनके कारण जरूरतमंद के लिए कानून कहीं से मददगार साबित नहीं हो पा रहा है. पुलिस मुख्यालय ने इन संवेदनशील मामलों में संबंधित जिलों के एसपी को निर्धारित समय सीमा में कार्रवाई कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है.
अलग-अलग मामलों के लिए अलग समय सीमा दी गयी है. संबंधित जिलों के एसपी को कहा गया है कि वह लंबित पड़े इन मामलों में जल्द कार्रवाई कराने की पहल करें. ऐसे पुलिस मुख्यालय में दर्जनों
मामले थानावालों के खिलाफ आते हैं, लेकिन, इनमें कुछ मामले लंबे
समय से लंबित संवेदनशील मामले हैं, जिन पर पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता लेते हुए कार्रवाई करने को कहा है. अब इन गंभीर मामलों में जल्द कार्रवाई भी होगी. कार्रवाई हुई या नहीं इस पर पुलिस मुख्यालय की नजर भी रहेगा.
वैशाली के जनदाहा थाना का एक मामला महिला उत्पीड़न से जुड़ा है. तीन साल पहले विक्षिप्त के साथ गांवों के दबंगों ने रेप किया. थाने में एफआइआर दर्ज हुई. पुलिस लापरवाही या मिलीभगत के कारण दोषियों को आज तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. रेप की घटना के बाद महिला गर्भवती हो गयी और उसने बच्चे को जन्म भी दिया है. जोन स्तर के एक अधिकारी ने केस को रोकने का आदेश तक जारी कर दिया है.
पूर्णिया में मौजूद पॉवरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के कार्यालय में तैनात इंजीनियर अरुण कुमार घोष की 8 जनवरी, 2016 को संदिग्ध स्थिति में मौत हो गयी थी. पुलिस इस मामले को आत्महत्या बता रही है. इंजीनियर की पत्नी और हत्या से जुड़ी सभी परिस्थिति इसके विपरीत हालात बयां कर रहे हैं. पुलिस ने मामले को आत्महत्या बता कर फाइल लगभग बंद ही कर दी है. महिला की शिकायत पर पुलिस मुख्यालय इस मामले की फिर से जांच कराने की पहल कर रहा है.
नालंदा के चंडी थानाध्यक्ष पर रीता देवी नामक एक महिला ने दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि वह किसी मामले को दर्ज कराने के लिए थाने गयी, तो थाना प्रभारी ने कहा कि वह उससे दोस्ती करेगी. तब वह उसके मामले की सुनवाई करेगा. इसके बाद थाना प्रभारी ने कई बार उससे ऐसा कह कर परेशान करना शुरू कर दिया. तंग आकर उसने मुख्यालय से शिकायत की है. मुख्यालय ने एसपी को मामले की जांच कर जल्द रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है.