गुजरात में दलितों पर हमले को लेकर चुप्पी तोड़ें पीएम मोदी
पटना :बिहारके मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने केंद्र और गुजरात सरकार से गुजरात के उना और सोमनाथ में दलित युवकों पर हमला करनेवाले गौरक्षा दल पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस घटना पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए. वहीं, जदयू ने गौरक्षा […]
पटना :बिहारके मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने केंद्र और गुजरात सरकार से गुजरात के उना और सोमनाथ में दलित युवकों पर हमला करनेवाले गौरक्षा दल पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस घटना पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए. वहीं, जदयू ने गौरक्षा दल के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की भी मांग की.
पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के नेतृत्व में जदयू का एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवारों से मिलने गुजरात जायेगा. नीतीश कुमार ने कहा कि 11 जुलाई को जिन दलित युवकों को पीटा गया, वे मृत जानवरों के चमड़े निकालने का पुश्तैनी काम करते थे. यही उनके परिवारों की आय का स्रोत भी था. इस घटना ने गुजरात माॅडल सरकार का असली चेहरा उजागर कर दिया है. केंद्र व गुजरात सरकार सामाजिक रूप से पिछड़ों को सुरक्षा देने में पूरी तरह फेल हो गयी है.
जदयू अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा पहली बार गुजरात में नहीं हुआ है. सूचना के अधिकार के तहत दी गयी जानकारी के अनुसार गुजरात में दलित महिलाओं के साथ दुष्कर्म की सबसे अधिक घटनाएं हुई हैं. 2001 की तुलना में 2014 में पांच सौ गुना की इसमें बढ़ोतरी हुई है. पिछले 15 सालों में गुजरात में दलित परिवारों पर 16 हजार हमले हुए हैं. हर साल दलितों पर एक हजार हमले सामाजिक सदभाव की दृष्टि से किसी प्रकार सही नहीं माना जा सकता.
