अविनाश हत्याकांड के तीनों शूटर ट्रेस, चुनावी रंजिश में दी गयी थी हत्या की सुपारी

पटना: भाजपा नेता अविनाश उर्फ नागा की मर्डर मिस्ट्री पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस के अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि पार्षद चुनाव के मामूली विवाद में अविनाश को मौत के घाट उतार दिया गया. घटना में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस के पास सबूत मिल गये हैं. पुलिस ने मोबाइल फोन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2015 11:07 AM

पटना: भाजपा नेता अविनाश उर्फ नागा की मर्डर मिस्ट्री पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस के अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि पार्षद चुनाव के मामूली विवाद में अविनाश को मौत के घाट उतार दिया गया. घटना में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस के पास सबूत मिल गये हैं. पुलिस ने मोबाइल फोन के सीडीआर से इस गुत्थी को सुलझाया और शूटरों को भी ट्रेस कर लिया है. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस का प्रयास जारी है. लगातार दबिश दी जा रही है. पुलिस पदाधिकारी इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा बुधवार को कर सकती है.

पटना सिटी से आये थे तीनों शूटर
पुलिस की तफतीश में पता चला है कि अविनाश उर्फ नागा की हत्या करने वाले शूटर पटना सिटी से आये थे. घटना को अंजाम देने के बाद वह पटना सिटी की तरफ भाग गये थे. इसके बाद तीनों ने शहर छोड़ दिया. घटना स्थल से लेकर उनके घर तक कई जगह सीसीटीवी कैमरे में उनकी तसवीर कैद है, जो पुलिस के हाथ लग चुकी है. पुलिस ने उनका नाम व पता भी ट्रेस कर लिया है. उनकी गिरफ्तारी के लिए उनके घर पर कई बार दबिश दी जा चुकी है लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़े. पुलिस ने सोशल वेबसाइट से उनका एकाउंट पता लगा लिया है और उनकी कई तसवीर निकाल लिया है.

घटना के तह तक ऐसे पहुंची पुलिस
अविनाश की हत्या के बाद पन्ना लाल गुप्ता और उसके परिवार पर एफआइआर तो दर्ज कर लिया था लेकिन पुलिस को इसमें सत्यता नहीं दिख रही थी. पुलिस ने पहले अन्य बिंदुओं पर छानबीन की लेकिन कुछ भी पता नहीं चला. इस पर अविनाश के मोबाइल फोन का सीडीआर निकला गया. वहां से कुछ सुराग मिले. इसके आधार पर पुलिस ने पन्ना लाल के परिवार वालों के मोबाइल फोन खंगालने शुरू किये. पता चला कि पन्ना लाल के परिवार के एक सदस्य की बातचीत बेऊर जेल में कई बार हुई है. नंबर जब ट्रेस किया गया तो वह बेऊर जेल में बंद एक अपराधी का निकला. पुलिस ने इसके बाद जेल में जाकर पूछताछ की. यहां पुलिस को कहानी समझ में आयी. शूटरों के बारे में जानकारी हुई. पुलिस ने इसके बाद शूटरों के नाम-पता को ट्रेस किया. घर पर कई बार दबिश भी दी लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़े. इसके बाद सोशल वेबसाइट से तीनों शूटरों की तसवीर निकाली और उनके बारे में कई सभी जानकारी प्राप्त कर ली गयी है. अब पुलिस पदाधिकारियों को उनकी गिरफ्तारी का इंतजार है.

जेल में बैठे कांट्रेक्ट किलर ने अपने गुर्गो से करायी हत्या
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बेऊर जेल में पटना सिटी का एक अपराधी बंद है जो सुपारी लेकर हत्या कराता है. अविनाश की हत्या कराने वालों ने जेल में उससे संपर्क साधा और दोनों के बीच मोबाइल फोन से बात हुई. लगातार बात होती रही. इस बीच अविनाश की हत्या कराने का सौदा तय हुआ. इसके बाद जेल में बैठे कांट्रेक्ट किलर ने अपने गुर्गो से संपर्क किया. उसके गुर्गे जल्दी ही जेल से छूट कर बाहर आये थे. उसी के इशारे पर शूटरों ने अविनाश की गोली मार कर हत्या कर दी. हत्या से पहले उन्हें आधे पैसे दे दिये गये थे. सौदा कितने में तय हुआ था, यह अभी पता नहीं चल सका है.