स्वच्छ और हरित रेटिंग के लिए जिले 4766 स्कूल करेंगे स्वयं मूल्यांकन
जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को स्वच्छ और हरित रेटिंग देने के लिए एसएचवीआर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
संवाददाता, पटना
जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को स्वच्छ और हरित रेटिंग देने के लिए एसएचवीआर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. रजिस्ट्रेशन के लिए जिले के सभी 4766 स्कूलों को 30 सितंबर तक का ही समय दिया जायेगा. सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक को पोर्टल पर स्वयं मूल्यांकन करना होगा. जिले में रजिस्टर्ड सभी सरकारी और निजी स्कूल को इस रेटिंग के रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है. जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार अब तक जिले से मात्र 5.77 प्रतिशत स्कूलों ने ही पोर्टल पर अपना डिटेल अपलोड किया है. जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, सभी निजी स्कूल और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रधान को निर्धारित तिथि के अंदर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमकुम पाठक ने बताया कि निबंधन की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद फाइनल स्तर पर जिलों का चयन किया जायेगा. इसमें बेहतर करने वाले जिले को सम्मानित किया जायेगा. इस पहल को स्वच्छ व हरित विद्यालय रेटिंग (एसएचवीआर) का नाम दिया गया है. यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर लिया गया है.छह स्तर पर स्कूलों का होगा मूल्यांकन
रजिस्टर्ड सभी स्कूलों का एसएचवीआर मूल्यांकन छह स्तर पर किया जायेगा. इसमें जल, शौचालय, साबुन से हाथ धोना, संचालन एवं अनुरक्षण, व्यवहार परिवर्तन एवं क्षमता निर्माण और मिशन लाइफ गतिविधियां शामिल हैं. इसके अलावा 60 संकेतकों के आधार पर स्कूलों की रेटिंग की जायेगी. प्रखंड व जिला स्तर पर 100 फीसदी स्कूलों की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. इस प्रक्रिया का शेड्यूल जारी कर दिया है. जिला स्तर पर 15 अक्तूबर तक पुरस्कार के लिए स्कूलों का चयन किया जाना है. जबकि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चयन की अंतिम तिथि सात दिसंबर निर्धारित की गयी है.रजिस्ट्रेशन के दौरान 27 सवालों का देना होगा जवाब
स्कूलों की रेटिंग प्रक्रिया में शामिल होने वाले विद्यालयों को पंजीयन व स्व मूल्यांकन के दौरान कुछ प्रश्नों का जवाब भी देना होगा. रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के दौरान 27 सवाल पूछे जायेंगे. वहीं, स्वयं मूल्यांकन प्रक्रिया में 60 प्रश्नों का जवाब देना होगा. इसके साथ ही विद्यालयों को विभिन्न श्रेणियों में तकरीबन 12 से 15 तस्वीरें भी एसएचवीआर पर अपलोड कर साझा करना होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
