नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कम, ‘परिधान मंत्री ’ लग रहे ज्यादा : राज बब्बर

लोग दे रहे ‘किसान विरोधी-नरेंद्र मोदी’ का नारा पटना : कांग्रेस सांसद राज बब्बर ने कहा कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कम और परिधान मंत्री ज्यादा लग रहे हैं. पिछले एक साल में उन्होंने 27 देशों की यात्र की और वहां अलग-अलग परिधानों का प्रदर्शन किया. देश में जहां किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 23, 2015 6:14 AM
लोग दे रहे ‘किसान विरोधी-नरेंद्र मोदी’ का नारा
पटना : कांग्रेस सांसद राज बब्बर ने कहा कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कम और परिधान मंत्री ज्यादा लग रहे हैं. पिछले एक साल में उन्होंने 27 देशों की यात्र की और वहां अलग-अलग परिधानों का प्रदर्शन किया.
देश में जहां किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं और बिहार जैसे राज्य में भी भूकंप-ओला वृष्टि, आंधी-तूफान से आपदा आयी है, वहां प्रधानमंत्री खुद न आ कर विदेशों में ही सेल्फी खिंचवाने में मशगूल हैं. इसलिए तो देश के किसान ही नहीं बल्कि 125 करोड़ लोग ‘किसान विरोधी नरेंद्र मोदी’ का नारा भी दे रहे हैं. सदाकत आश्रम में आयोजित प्रेस कॉन्फेंस में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के बाहर जा कर सिर्फ सूट-बूट वालों को समझा रहे हैं.
वित्त मंत्री व विदेश मंत्री की जगह प्रधानमंत्री के साथ उद्योगपति विदेश दौरे पर जा रहे हैं. प्रधानमंत्री कहते हैं कि देश में जो भी समस्या मिली है वह उन्हें विरासत में मिली है. उसी विरासत की वजह से ही उन्होंने अदाणी को 5000 करोड़ रुपये का ऋण किया, जबकि मंगोलिया में एक अरब डॉलर की मदद की है.
अगर मंगोलिया को दी गयी राशि को वहां हर नागरिकों को बांटा जाये तो हर एक आदमी के हिस्से में 22,500 रुपये आयेगा. वहीं देश में किसान 10 हजार रुपये के लिए आत्महत्या कर रहे हैं. राज बब्बर ने कहा कि केंद्र सरकार के एक मंत्री नितिन गडकरी कहते हैं कि किसानों को सरकार व भगवान के भरोसे नहीं रहना चाहिए, उन्हें स्वावलंबी बनना चाहिए.
हरियाणा सरकार के भी एक मंत्री कहते हैं जो किसान आत्महत्या कर रहे हैं वह कायर हैं. यूपीए सरकार ने जो किसानों के कर्ज 72000 करोड़ रुपये माफ किया है, यह कायरता नहीं है. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर किसानों की उपजाऊ जमीन छीनने की तैयारी चल रही है. क्या किसान आनेवाले दिनों में गमलों में अनाज उपजायेंगे. केंद्र सरकार किसानों को कमजोर करनेवाली नीति अपना रही है और कॉरपोरेट घरानों को लाभ दे रही है.
अब भी देश जुमलों की गिरफ्त में है. सरकार बनने के बाद भाजपा के लोग तो कह रहे थे कि दुख भरे दिन बीते रे भइया.., लेकिन अब जनता कह रही है कि..सजनवा बैरी हो गये हमार..बिहार की जनता ने एनडीए को 40 में 31 सीटें दी, लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी कितनी बार बिहार आये. राज बब्बर ने विभिन्न फसलों के न्यूनतम समर्थन पर यूपीए के दस साल व एनडीए के एक साल की बढ़ोतरी का आंकड़ा भी पेश किया.
उन्होंने बताया कि यूपीए कार्यकाल में प्रति क्विंटल 560 से 3090 रुपये की बढ़ोतरी की है, जबकि एनडीए सरकार ने 10 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की ही बढ़ोतरी की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी, विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, विधान पार्षद मदन मोहन झा, प्रवक्ता एचके वर्मा मौजूद थे.

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