गया, राजगीर और बोधगया के बाद नवादा में भी पाइपलाइन से पहुंचेगा गंगा का पानी : सुशील मोदी

पटना : उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार सरकार दो हजार 836 करोड़ की लागत से 190 किमी पाइप लाइन के जरिये पेयजल का प्रबंध चार प्रमुख शहरों में कराने की योजना है. इसके तहत गया, बोधगया और राजगीर के बाद दूसरे चरण में नवादा तक गंगा का पानी पाइप लाइन से पहुंचाया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 27, 2020 10:04 PM

पटना : उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार सरकार दो हजार 836 करोड़ की लागत से 190 किमी पाइप लाइन के जरिये पेयजल का प्रबंध चार प्रमुख शहरों में कराने की योजना है. इसके तहत गया, बोधगया और राजगीर के बाद दूसरे चरण में नवादा तक गंगा का पानी पाइप लाइन से पहुंचाया जायेगा. जून 2021 तक इस परियोजना के पूरा होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

डिप्टी सीएम सारण जिला से सटे उत्तर प्रदेश की तरफ बलिया जिला के दुबे छपरा में नमामि गंगे योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए यूपी सरकार की तरफ से आयोजित पांच दिवसीय ‘गंगा यात्रा’ के शुभारंभ के मौके पर वह आनंदी बेन पटेल के साथ गंगा की आरती और पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए थे.

उन्होंने कहा कि ‘नमामि गंगे’ का लक्ष्य अब सिर्फ गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाना ही नहीं है. बल्कि, ‘अर्थ गंगा’ की तरफ कदम बढ़ाना है. ताकि गंगा किनारे मौजूद पंचायतों की अर्थव्यवस्था को गंगा पर आधारित करते हुए सुदृढ़ बनाया जा सके. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने नमामि गंगा के तहत बिहार के लिए पांच 858 करोड़ की 52 परियोजनाओं की स्वीकृति दी है. इसमें सबसे ज्यादा पटना के लिए तीन हजार 586 करोड़ की लागत से एसटीपी (सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) और उसके नेटवर्क की 30 परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी है. पटना देश में ऐसा शहर है, जहां सबसे ज्यादा पैसे दिये गये हैं.

इसके अलावा 61 करोड़ 26 लाख रुपये खर्च कर बिहार में गंगा किनारे के गांवों में सात लाख 32 हजार पौधे लगाये गये हैं. गंगा किनारे के गांवों के सभी घरों में शौचालय निर्माण के साथ ही वहां जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से होने वाले प्रदूषण से गंगा को बचाया जा सके. इस तरह से अन्य कई योजनाएं चलायी जा रही हैं.

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