पटना : पौ फटते ही घर आया चंदन, बेटे से लिपट कर खूब राेयी मां, एसएसपी को कहा-थैंक्यू

विजय सिंह अगमकुआं से अपहृत छात्र सकुशल बरामद पटना : बुधवार की रात ललिता देवी का सबसे छोटा बेटा चंदन कुमार (10 वर्ष) उनके पास नहीं था. वह दोपहर से ही लापता था. दिन के 2:30 बजे जब वह स्कूल से घर नहीं लौटा, तो अगमकुआं के कुम्हार टोली में मां ललिता और पिता महेंद्र […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 24, 2020 8:59 AM
विजय सिंह
अगमकुआं से अपहृत छात्र सकुशल बरामद
पटना : बुधवार की रात ललिता देवी का सबसे छोटा बेटा चंदन कुमार (10 वर्ष) उनके पास नहीं था. वह दोपहर से ही लापता था. दिन के 2:30 बजे जब वह स्कूल से घर नहीं लौटा, तो अगमकुआं के कुम्हार टोली में मां ललिता और पिता महेंद्र पंडित ने उसे तलाशना शुरू किया. वह नहीं मिला. घरवाले अगमकुआं थाने पहुंचे और बताया कि चंदन का अपहरण हो गया है.
तत्काल एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा को जानकारी दी गयी. एसएसपी ने पूर्वी सिटी एसपी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. टीम रात के एक बजे लखीसराय पहुंची. बड़हिया थाने में रात भर पुलिस ने कैंप किया. दूसरी तरफ चंदन बरौनी जीआरपी की मदद से पटना अपने घर पहुंचा. घरवालों ने फोन करके बताया कि बेटा घर आ गया है. इसके बाद पुलिस टीम और चंदन के पिता लखीसराय से पटना वापस आये. इधर पौ फटते ही घर आये बेटे को देख कर मां ने कलेजे से लगा लिया. आंचल में छुपा कर खूब रोयी. चंदन की बहन, भाई उससे लिपट कर घंटों रोते रहे. घरवालों ने एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा और उनकी टीम को थैंक्यू बोला.
अपहरण की कहानी, पढ़ें चंदन की जुबानी : चंदन कुम्हार टोली के पास मौजूद एक निजी विद्यालय में यूकेजी का छात्र है. उसने बताया कि वह जब घर से खाना खाकर करीब 12.30 बजे स्कूल पहुंचा, तो बाहर एक महिला मिली. उसने अपने पास बुलाया और एक बिस्कुट खिला दिया और गुलजारबाग स्टेशन ले गयी. वहां कमरे में बंद करके पीटा और डराया. इसके बाद उसे होश नहीं रहा. शाम को 7 बजे ट्रेन बरौनी स्टेशन पहुंची थी.
महिला ने चंदन से पानी की बोतल भरकर लाने को कहा. जब वह नीचे उतरा, तो सामने एक सिपाही अंकल दिखे. चंदन ने उन्हें सारी कहानी बतायी. इसके बाद सिपाही उसे बरौनी जीआरपी लेकर पहुंचा, वहां पर खाना खिलाया और स्टेशन पर ही मौजूद जीआरपी ने पटना कंकड़बाग के रहने वाले एक व्यक्ति को जिम्मेदारी दी की वह पटना ले जाकर चंदन को अपने घर पहुंचा दे. उसने रात भर चंदन को अपने घर रखा और सुबह उसके घर पहुंचा दिया.

Next Article

Exit mobile version