पटना : तीन करोड़ की स्क्रीन पर देख रहे टीवी

पटना : सभी अंचल कार्यालयों में तीन करोड़ की लागत से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए लगायी गयी स्क्रीन का उपयोग कहीं टीवी देखने के लिए किया जा रहा है, तो कहीं यह धूल फांक रही है. दरअसल, इन अंचलों में कार्यरत अधिकारियों को निगम मुख्यालय का चक्कर लगाने से बचाने के लिए नेटवर्किंग सिस्टम डेवलप […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 7, 2019 8:46 AM
पटना : सभी अंचल कार्यालयों में तीन करोड़ की लागत से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए लगायी गयी स्क्रीन का उपयोग कहीं टीवी देखने के लिए किया जा रहा है, तो कहीं यह धूल फांक रही है. दरअसल, इन अंचलों में कार्यरत अधिकारियों को निगम मुख्यालय का चक्कर लगाने से बचाने के लिए नेटवर्किंग सिस्टम डेवलप किया गया था, ताकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही योजनाओं की समीक्षा की जा सके. इस सिस्टम के डेवलप होने के बाद सिर्फ दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक हुई.
लगी है 105 और 55 इंच की एलइडी स्क्रीन
मेयर व नगर आयुक्त के दफ्तर में 105 इंच और अंचल के कार्यपालक पदाधिकारियों के दफ्तर में 55 इंच की एलइडी स्क्रीन लगायी गयी हैं.
इससे एक बार विभागीय मंत्री व प्रधान सचिव और दूसरी बार नगर आयुक्त की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई. अब सिस्टम का उपयोग बंद हो गया है. नगर आयुक्त व कार्यपालक पदाधिकारियों के दफ्तर में लगी स्क्रीन बंद है. वहीं, मेयर के दफ्तर में लगी स्क्रीन अब टीवी के रूप में उपयोग की जा रही है.
नहीं हो रही गाड़ियों की भी निगरानी निगम की गाड़ियों की नियमित निगरानी की जा सके, इसको लेकर एक-एक गाड़ियों में जीपीएस इंस्टॉल किया गया. जीपीएस को नेटवर्क से कनेक्ट करना है, ताकि दफ्तर में लगी स्क्रीन के माध्यम से वार्ड स्तर पर चल रही गाड़ियों के मूवमेंट की निगरानी दफ्तर में बैठे-बैठे की जा सके. स्थिति यह है कि गाड़ियों में जीपीएस इंस्टॉल हो गया है. लेकिन, आगे की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी है. अब नया टेंडर निकाल कर एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.

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