बिहार उपचुनाव : महागठबंधन में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी, हम-वीआईपी के निशाने पर राजद

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ‘सेमीफाइनल’ के तौर पर देखे जा रहे राज्य के एक लोकसभा क्षेत्र और पांच विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान के बीच विपक्षी महागठबंधन के घटक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा. इस गठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर और विकासशील इंसान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 21, 2019 10:07 PM

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ‘सेमीफाइनल’ के तौर पर देखे जा रहे राज्य के एक लोकसभा क्षेत्र और पांच विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान के बीच विपक्षी महागठबंधन के घटक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा. इस गठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने राजद पर प्रहार किया. समस्तीपुर लोकसभा सीट लोजपा सांसद रामचंद्र पासवान का हाल में निधन के कारण खाली हो गयी थी. किशनगंज, सिमरी बख्तियारपुर, दरौंदा, नाथनगर और बेलहर विधानसभा सीट यहां के विधायकों के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने पर रिक्त हुई थीं.

इस उपचुनाव को लेकर महागठबंधन में आम सहमति नहीं बन पाने पर दो विधानसभा क्षेत्रों भागलपुर के नाथनगर और सहरसा जिला के सिमरी बख्तियारपुर में हम और वीआईपी ने राजद उम्मीदवारों के खिलाफ अपने अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे. राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने दावा किया कि “महागठबंधन एकजुट है. हम और वीआईपी उम्मीदवारों की उपस्थिति को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया है. हो सकता है कि अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल न गिरे, इसलिए उनके उम्मीदवार अपने नामांकन वापस नहीं लिया होगा.”

हम के संस्थापक अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने रघुवंश प्रसाद सिंह की टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए कहा, ”मैं एक वरिष्ठ नेता के रूप में उनका सम्मान करता हूं. लेकिन, उनकी बातें निरर्थक हैं. अगर मेरा उम्मीदवार या मुकेश सहनी (वीआईपी प्रमुख) इस उपचुनाव को लेकर गंभीर नहीं होते, तो हमलोग उनके लिए इतनी गहनता से प्रचार नहीं करते.”

बॉलीवुड सेट डिजाइनर से राजनीति के क्षेत्र में उतरे सहनी ने कहा, “एक तरफ रघुवंश प्रसाद सिंह विपक्षी दलों में एकता की आवश्यकता के बारे में बात करते रहते हैं और दूसरी तरफ अपने स्वयं के सहयोगी सहयोगियों को नीचा दिखाने में लगे रहते हैं. नतीजे सामने आने दें. उन्हें पता चल जायेगा कि राजद अपने सहयोगियों के समर्थन के बिना कितना मजबूत है.”

पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद ने महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के लिए केवल किशनगंज विधानसभा और समस्तीपुर लोकसभा सीट छोड़कर चार विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे. मांझी और सहनी ने लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव पर इस उपचुनाव में सीटों के बंटवारे में उनकी अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए नाथनगर और सिमरी बख्तियारपुर के लिए अपने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी और शेष सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवारों का समर्थन करने की बात कही थी.

मांझी और सहनी ने एक-दूसरे के उम्मीदवारों के लिए और समस्तीपुर में कांग्रेस के उम्मीदवार के लिए प्रचार किया पर वे बेलहर और दारौंदा निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार से दूर रहे जहां केवल राजद उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. तेजस्वी समस्तीपुर में महागठबंधन की एक रैली में उनके हेलीकॉप्टर में कुछ खराबी आ जाने के कारण शामिल नहीं हो सके थे, पर उनका मांझी और सहनी के साथ चुनावी रैली में मंच साझा न करने के रूप में इसे देखा गया था.

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