Mahaveer Hanuman Mandir Patna: पटना महावीर मंदिर है आस्था, इतिहास और चमत्कारों का अनोखा संगम

Mahaveer Hanuman Mandir Patna: पटना जंक्शन के सामने स्थित महावीर मंदिर देश के सबसे प्रसिद्ध और प्राचीन हनुमान मंदिरों में से एक है. जुड़वां प्रतिमाओं, चमत्कारिक प्रसाद और मन्नतों की मान्यताओं के कारण यह मंदिर हर दिन हजारों भक्तों को आकर्षित करता है. इसकी स्थापना 1730 में स्वामी बालानंद ने की थी.

By Shaurya Punj | December 10, 2025 12:14 PM

Mahaveer Hanuman Mandir Patna: बिहार की राजधानी पटना में स्थित महावीर मंदिर देश के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों में से एक माना जाता है. पटना जंक्शन के ठीक सामने बना यह मंदिर अपनी आस्था, भीड़ और चमत्कारिक मान्यताओं के कारण हर दिन हजारों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है. मान्यता है कि हनुमानगढ़ी के बाद देश में सबसे ज्यादा दर्शनार्थी इसी मंदिर में आते हैं.

1730 में मिली स्थापना—खुदाई से मिली जुड़वां मूर्तियों की कहानी

ऐतिहासिक मान्यताओं के अनुसार, साल 1730 में स्वामी बालानंद ने इस मंदिर की स्थापना की थी. प्रारंभिक रूप से यह मंदिर बेहद साधारण था और पटना जंक्शन बनने से पहले इसके पास एक विशाल पीपल का पेड़ और ‘बिहार मिष्ठान भंडार’ नाम की दुकान हुआ करती थी. तभी रेलवे की जमीन पर बजरंगबली की युग्म प्रतिमाएं मिली थीं, जिन्हें एक साथ स्थापित कर पूजा शुरू हुई. माना जाता है कि ये मूर्तियां खुदाई में मिली थीं, इसलिए इन्हें अलग नहीं किया गया. आज यही दोनों मूर्तियां श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र हैं.

बैलगाड़ियों से जुटीं ईंटें—ऐसे शुरू हुआ मंदिर निर्माण

पहले मंदिर का रास्ता कच्चा हुआ करता था और बैलगाड़ियों से एक-एक ईंट जुटाकर मंदिर निर्माण किया गया था. रामनवमी पर यहां चैता गाने की परंपरा थी, जबकि नवरात्रों में बड़े आयोजन होते थे. बाद में 1948 में पटना हाईकोर्ट ने इसे सार्वजनिक मंदिर घोषित कर दिया. वर्तमान भव्य स्वरूप 1983 से 1985 के बीच तैयार हुआ, जिसमें आचार्य किशोर कुणाल का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है.

‘प्रसादम लड्डू’—जिसे माना जाता है चमत्कारिक प्रसाद

महावीर मंदिर का एक और विशेष आकर्षण है यहां का ‘प्रसादम लड्डू’. लोगों की मान्यता है कि यह प्रसाद खाने से कई गंभीर बीमारियां ठीक हो जाती हैं, यहां तक कि कैंसर जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है. इस चमत्कारिक मान्यता के कारण यहां हर दिन बड़ी मात्रा में चढ़ावा आता है.

मन्नतों का मंदिर—जहां पूरी होती हैं भक्तों की मनोकामनाएं

मंदिर में श्रद्धालुओं की मन्नतें भी विशेष महत्व रखती हैं. ऐसा विश्वास है कि हनुमान जी के समक्ष सच्चे मन से मांगी गई मुराद अवश्य पूरी होती है और मन्नत पूरी होने पर दोबारा प्रसाद चढ़ाकर आभार जताया जाता है.

मंगलवार–शनिवार को उमड़ती आस्था की लहर

मंगलवार और शनिवार को यहां भक्तों की भीड़ चरम पर होती है. जंक्शन से बाहर निकलते ही मंदिर की घंटियों की गूंज श्रद्धालुओं को अपने आप यहां खींच लाती है.

आस्था, इतिहास और चमत्कार का अद्भुत संगम

पटना महावीर मंदिर सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि इतिहास, संस्कृति और चमत्कारों का अद्भुत संगम है.