पटना : एक सप्ताह में नौ हजार से अधिक ने बनवायी लर्निंग

पटना : जिला परिवहन कार्यालय में पिछले एक सप्ताह में हर दिन 1300 से 1600 के बीच लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन आये हैं. इनकी कुल संख्या नौ हजार से अधिक रही है. इतनी बड़ी संख्या में आवेदनों के आने से दिन-ब-दिन प्रिंटिंग का बैकलॉग भी बढ़ते जा रहा है. सेवा का अधिकार अधिनियम के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 20, 2019 9:31 AM
पटना : जिला परिवहन कार्यालय में पिछले एक सप्ताह में हर दिन 1300 से 1600 के बीच लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन आये हैं. इनकी कुल संख्या नौ हजार से अधिक रही है. इतनी बड़ी संख्या में आवेदनों के आने से दिन-ब-दिन प्रिंटिंग का बैकलॉग भी बढ़ते जा रहा है.
सेवा का अधिकार अधिनियम के तहत आवेदक को अधिकतम एक सप्ताह के भीतर लर्निंग लाइसेंस निर्गत कर देना है, लेकिन अभी स्थिति है कि एक सप्ताह में प्रिंटिंग भी मुश्किल हो गयी है. गुरुवार को पिछले गुरुवार को बनाये गये सभी लर्निंग आवेदनों का भी प्रिंटिंग नहीं हो पाया था. केवल लर्निंग ही नहीं परमानेंट डीएल और अन्य कागजातों को बनवाने में भी उसी तरह लंबी लाइन लगानी पड़ रही है. कामों को पूरा करने में भी समय लग रहा है, क्योंकि ऐसे आवेदनों की संख्या सामान्य से 10 गुना तक बढ़ चुकी है.
400-500 लोग लगे थे कतार में : गुरुवार को 400-500 लोग लर्निंग बनवाने के लिए डीटीओ ऑफिस के विभिन्न काउंटरों पर कतार में लगे दिखे. नीचे के काउंटरों पर कतार सबसे लंबी थी और दोनों काउंटरों पर 150 से 200 लोग एक साथ खड़े थे.
ऊपर के काउंटर पर कतार की लंबाई भी हॉल के दरवाजे तक पहुंच गयी थी और भीड़ से लोगों का सांस लेना भी मुहाल हाे रहा था. कतार की अधिक लंबाई और बीच में लगभग एक घंटे तक लिंक फेल हो जाने के कारण लोगों को लर्निंग के लिए फोटो खिंचवाने और फीस जमा करने में तीन से चार घंटे तक का समय लग रहा था.
1504 लोगों ने बनवायी लर्निंग : गुरुवार को लर्निंग बनवाने वालों की संख्या बढ़ कर 1504 तक पहुंच गयी. काउंटर की भीड़ को देख जिनकी हिम्मत जवाब दे दे रही थी, वे दलालों के पास पहुंच रहे थे. दलाल भी पूरा पैसा लेकर परेशानी से निजात दिलाने का दावा कर रहे थे.

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