कन्हैया कुमार ने तबरेज मौत मामले पर दिया बड़ा बयान, कहा- नफरत….

पटना : सरायकेला-खरसावां के धातकीडीह में 22 वर्षीय तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग मामले में मेडिकल और जांच रिपोर्ट के आधार पर 11 आरोपितों के खिलाफ हत्या की धारा-302 हटा दिये जाने के बाद सीपीआइ नेता व जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा है कि नफरत की आग किसी को भी जला सकती है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 11, 2019 9:34 AM

पटना : सरायकेला-खरसावां के धातकीडीह में 22 वर्षीय तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग मामले में मेडिकल और जांच रिपोर्ट के आधार पर 11 आरोपितों के खिलाफ हत्या की धारा-302 हटा दिये जाने के बाद सीपीआइ नेता व जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा है कि नफरत की आग किसी को भी जला सकती है. नफरत की इस मानसिकता को खत्म करने की जरूरत है. साथ ही कहा है कि भीड़ द्वारा किसी इंसान की हत्या को स्वाभाविक मौत माननेवालों को इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या याद रखनी चाहिए.

कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर कहा है कि ‘भीड़ द्वारा किसी इंसान की हत्या को स्वाभाविक मौत माननेवालों को याद रहे कि भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध को भी नहीं छोड़ा था. यह नफरत की आग किसी को भी जला सकती है. इससे पहले कि यह भीड़ की मानसिकता सबकुछ खत्म कर दे, नफरत की इस मानसिकता को खत्म करने की जरूरत है.’

मालूम हो कि 17 जून, 2019 की रात चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने तबरेज की पिटाई कर दी थी. इसके बाद 18 जून को सरायकेला पुलिस ने उसे चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इलाज के दौरान 22 जून को तबरेज की मौत हो गयी थी. इस मामले में पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. 11 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी है. दो आरोपी विक्रम मंडल और अतुल महाली के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की जा सकी है. उनके खिलाफ जांच जारी है. वारदात का वीडियो भी जांच के लिए जालंधर एफएसएल भेजा गया है. इसी बीच, दोबारा की गयी मेडिकल जांच में भी तबरेज की मौत का कारण हर्ट अटैक ही बताया गया है. इसके बाद मेडिकल और जांच रिपोर्ट के आधार पर 11 आरोपितों के खिलाफ हत्या की धारा-302 को हटा दिया गया है. अब उनके खिलाफ आइपीसी की धारा-304 (गैर-इरादतन हत्या) के तहत मुकदमा चलेगा.

कौन थे इंस्पेक्टर सुबोध?

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पिछले साल दिसंबर माह में भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. जानकारी के मुताबिक, थाना कोतवाली क्षेत्र के गांव महाव के जंगल में अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर करीब 25-30 गोवंश काट डाले. सूचना मिलने पर लोगों में आक्रोश फैल गया. आक्रोशित लोग घटनास्थल पर पहुंचे. कथित तौर पर काटे गये गोवंश अवशेषों को ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर चिंगरावठी पुलिस चौकी पहुंचे. भीड़ ने बुलंदशहर-गढ़ स्टेट हाइवे पर ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर रास्ते को जाम कर दिया. सूचना मिलने पर एसडीएम अविनाश कुमार मौर्य और सीओ एसपी शर्मा पहुंचे. इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क गया और वे पुलिस पर पथराव शुरू करने लगे. बेकाबू भीड़ ने पुलिस के कई वाहन फूंक दिये. साथ ही चिंगरावठी पुलिस चौकी में आग लगा दी. इस बीच, पुलिस फायरिंग के दौरान चिंगरावठी निवासी सुमित को गोली लग गयी, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. इसके बाद भीड़ की पिटाई से स्याना के कोतवाल सुबोध कुमार गंभीर रूप से घायल हो गये, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ देर बाद उनकी मृत्यु हो गयी.

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