पटना : 170 सहायक प्राध्यापकों की हुई काउंसेलिंग

पटना : पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के मुख्यालय में बुधवार को कुलपति प्रो. जीसीआर जायसवाल एवं मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के प्रभारी कुलपति प्रो. डीपी तिवारी के बीच एक संयुक्त बैठक हुई जिसमें बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा चयनित तथा मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के लिए अनुशंसित विभिन्न विषयों के लगभग 170 सहायक प्राध्यापकों की काउंसेलिंग हुई. मीडिया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 5, 2019 9:30 AM
पटना : पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के मुख्यालय में बुधवार को कुलपति प्रो. जीसीआर जायसवाल एवं मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के प्रभारी कुलपति प्रो. डीपी तिवारी के बीच एक संयुक्त बैठक हुई जिसमें बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा चयनित तथा मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के लिए अनुशंसित विभिन्न विषयों के लगभग 170 सहायक प्राध्यापकों की काउंसेलिंग हुई.
मीडिया प्रभारी बीके मंगलम ने बताया कि नवनिर्मित पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना मगध विश्वविद्यालय, बोधगया से ही अलग होकर बना है. राजभवन और राज्य सरकार ने दोनों विश्वविद्यालयों के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) में यह निर्देश दिया था कि परिसंपत्तियों के बंटवारे में न सिर्फ आर्थिक संसाधनों का बंटवारा होगा बल्कि मानव संसाधनों का भी बंटवारा होगा.
उसी क्रम में इन सहायक प्राध्यापकों को दोनों विश्वविद्यालयों के बीच पदस्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. उन्होंने कहा कि जिन-जिन विषयों के सहायक प्राध्यापकों की काउंसेलिंग हुई, उनमें शामिल हैं- हिंदी में 30, संस्कृत में 07, समाज शास्त्र में 24, राजनीति शास्त्र में 46, वनस्पति शास्त्र में 26 और जंतु विज्ञान में 36. सिर्फ छह विषयों के सहायक प्राध्यापकों की काउंसेलिंग हुई है.

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