हर बार गर्मी में बनती है सड़क, बारिश में हो जाते है बड़े-बड़े गड्ढे

पटना : मीठापुर बस स्टैंड मार्ग के सड़क की हालत खराब है. इस मार्ग पर विद्युत कार्यालय के सामने से लेकर निफ्ट कैंपस के सामने लगभग आधा किमी की दूरी तक भारी जल-जमाव हो गया है. यहां पूरी सड़क पर एक से दो-दो फीट के गड्ढे बन गये है. बारिश के बाद लगभग एक सप्ताह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 13, 2019 4:16 AM

पटना : मीठापुर बस स्टैंड मार्ग के सड़क की हालत खराब है. इस मार्ग पर विद्युत कार्यालय के सामने से लेकर निफ्ट कैंपस के सामने लगभग आधा किमी की दूरी तक भारी जल-जमाव हो गया है. यहां पूरी सड़क पर एक से दो-दो फीट के गड्ढे बन गये है. बारिश के बाद लगभग एक सप्ताह से इन सड़क के गड्ढों में पानी भर गया है. जो वहां से गुजरने वाले लोगों को दिखायी नहीं देता.

इसके कारण प्रतिदिन वहां बाइक सवार, पैदल यात्री व छोटे वाहन वाले गिर रहे हैं. इसमें हैरान करने वाली बात है कि वहां फ्लाईओवर का निर्माण करने वाली एजेंसी बीते चार वर्षों से गर्मी के मौसम में हर बार सर्विस लेन का निर्माण करती और जो हर बारिश में सड़क टूट जाती है. फिर हर बार लोगों को समस्या झेलनी पड़ती है.
नहीं है कोई उपाय : आने वाले समय में भी लोगों को इस समस्या से निजात मिलने की संभावना कम है. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के अभियंता सुनील कुमार बताते हैं कि इसमें फ्लाइओवर निर्माण करने वाली एजेंसी का कोई दोष नहीं है.
सड़क कितनी भी मजबूत बने, अगर उस पर पानी जमाव की समस्या होगी, तो सड़क टूट ही जायेगी. हमलोग बीते कई साल से नगर निगम से पानी निकासी की व्यवस्था करने को कह रहे हैं, लेकिन स्थानी निदान नहीं हुआ.
सबके अपने-अपने तर्क : निगम के अधिकारियों के अनुसार बेऊर नाला और मीठापुर में संप हाउस का निर्माण किया जाना है. जो नगर विकास व आवास विभाग से स्वीकृति हो चुका है.
निर्माण करने की जिम्मेदारी बुडको की है. अब तक बुडको संप का हाउस का निर्माण नहीं कर लेगा, समस्या समाप्त हो होगी. वहीं बुडको के जनसंपर्क पदाधिकारी चंद्रभुषण भट्ट बताते हैं कि बुडको के पास केवल बेऊर में नाला निर्माण का काम है. जिसे पूरा किया जाना है.
ढाई वर्ष पहले बनी थी योजना
बेऊर से सीपारा और फिर आगे जीरो माइल तक नाला व संप हाउस के निर्माण की योजना लगभग ढाई वर्ष पहले बनी थी. स्थानीय पार्षद जीत कुमार बताते हैं कि लगभग 60 करोड़ से अधिक की लागत से नाला व मीठापुर में संप हाउस का निर्माण किया जाना था.
योजना का उद्घाटन तत्कालीन नगर विकास मंत्री व स्थानीय विधायक ने किया था. उस समय तय हुआ कि नौ माह में काम पूरा हो जायेगा. कुछ समय बाद निर्माण एजेंसी ने काम शुरू भी किया. लेकिन, बाद में काम बंद हो गया.
क्यों जरूरी है संप
मीठापुर में संप हाउस निर्माण की योजना पुरानी है. पानी निकालने के लिए कई बार संप हाउस निर्माण को लेकर मामला उठा है. बस स्टैंड रोड पर विग्रहपुर, रामविलास चौक, पोस्टल पार्क, नवरत्नपुर, जवाहर कॉलोनी, करबिगहिया, बंगाली टोला, संजय नगर सहित कई इलाकों का पानी ढलान के कारण जमा होता है.
एक नजर
750 मीटर लंबा है मीठापुर बस स्टैंड फ्लाइओवर का काम.
121 करोड़ पूरे प्रोजेक्ट की लागत
04 वर्षों से चल रहा है काम

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