चमकी बुखार के बीमार 605 मरीजों में से 373 डिस्चार्ज, मुजफ्फरपुर के पांच प्रखंडों के आंगनबाड़ी केंद्रों की होगी जांच

पटना : चमकी बुखार से बच्चे की हुई मौत के बाद समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर के पांच प्रखंडों के 1222 आंगनबाड़ी केंद्रों में जांच कराने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि जांच टीम में समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीएचइडी, ग्रामीण विकास एवं खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी शामिल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 28, 2019 8:38 AM
पटना : चमकी बुखार से बच्चे की हुई मौत के बाद समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर के पांच प्रखंडों के 1222 आंगनबाड़ी केंद्रों में जांच कराने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि जांच टीम में समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीएचइडी, ग्रामीण विकास एवं खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी शामिल होंगे. टीम की निगरानी मुख्य सचिव के स्तर से की जायेगी. विभाग के मुताबिक, इन पांच प्रखंडों में सबसे ज्यादा चमकी बुखार से बच्चों की मौत हुई है. साथ ही अस्पताल में भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या भी एक हजार से अधिक है.
मंत्री ने कहा कि जांच होने के बाद जहां भी गड़बड़ी मिलेगी और उसके लिए जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जायेगी. बोचहा में 187, मुसहरी में 261, पारू में 292, मीनापुर में 259 व कांटी में 223 आंगनबाड़ी केंद्र हैं.
पटना : चमकी बुखार के बीमार 605 मरीजों में से 373 डिस्चार्ज
पटना : राज्य में पहली जनवरी से अब तक कुल 605 एइएस (चमकी बुखार) से पीड़ित होकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे बच्चों में 373 को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. 25 मरीज बिना अनुमति अस्पताल से गायब हो गये हैं. स्वास्थ्य विभाग ने अब तक एइएस से मरनेवालों की संख्या 132 बतायी है.गुरुवार को शाम चार बजे तक किसी बच्चे की मौत की सूचना नहीं मिली है.

Next Article

Exit mobile version