AES पर पहली बार बोले PM मोदी, बच्चों की मौत अत्यंत दुखद और शर्मनाक, यह 70 साल की विफलताओं में से एक

नयी दिल्ली : संसद के मॉनसून सत्र मेंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) या चमकी बुखार के कारण बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया. पीएम मोदी ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और शर्मनाक है कि बिहार में मस्तिष्क ज्वर से बच्चों की मौत हुई. बिहार में ‘चमकी’ बुखार के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 26, 2019 3:56 PM

नयी दिल्ली : संसद के मॉनसून सत्र मेंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) या चमकी बुखार के कारण बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया. पीएम मोदी ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और शर्मनाक है कि बिहार में मस्तिष्क ज्वर से बच्चों की मौत हुई.

बिहार में ‘चमकी’ बुखार के कारण बच्चों की लगातार मौत पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह स्थिति हमारी 70 साल की विफलताओं में से एक है और हम सभी को मिलकर इन विफलताओं से निबटने के समाधान खोजने होंगे. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कही.

बिहार में बच्चों की इन्सैफेलाइटिस के कारण मौत की घटनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हम सभी के लिए ‘दुख और शर्म’ की बात है. उन्होंने कहा कि आज भी बच्चों का बुखार से मरना देश की 70 साल की विफलताओं में से एक है और हम सभी को मिलकर इन विफलताओं से निबटने के समाधान खोजने होंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बारे में वह राज्य सरकार के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. गौर हो कि बिहार में एईएस से अब तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में करीब170 बच्चों की मौतहोने की सूचना है. चमकी बुखार से सबसे ज्यादा बच्चों की मौत मुजफ्फरपुर में हुई है.

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