किशनगंज ने बचायी लाज: कांग्रेस के आठ प्रत्याशियों को नहीं मिली सफलता

शशिभूषण कुंअर पटना : बिहार में कांग्रेस की नौ सीटों में से उसके आठ प्रत्याशियों के पांव इस चुनावी आंधी में पूरी तरह से जड़ से उखड़ गये. किशनगंज से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ मोहम्मद जावेद ने जीत दर्ज कर पार्टी की साख बचा ली. इधर, कांग्रेस से बगावत कर मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 24, 2019 12:08 PM

शशिभूषण कुंअर

पटना : बिहार में कांग्रेस की नौ सीटों में से उसके आठ प्रत्याशियों के पांव इस चुनावी आंधी में पूरी तरह से जड़ से उखड़ गये. किशनगंज से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ मोहम्मद जावेद ने जीत दर्ज कर पार्टी की साख बचा ली. इधर, कांग्रेस से बगावत कर मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ शकील अहमद भी चारों खाने चित हो गये. स्थिति यहां तक आ पहुंची कि कांग्रेस के तीन सीटिंग सांसदों को भी जबर्दस्त हार का सामना करना पड़ा.
इसमें पटना साहिब के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, कटिहार के सांसद तारिक अनवर और सुपौल की सांसद रंजीत रंजन शामिल हैं. कांग्रेस ने चुनाव में अपने नौ प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा था. इसमें सबसे बड़ा नाम मीरा कुमार का है. सासाराम लोकसभा क्षेत्र से उनको भाजपा के छेदी पासवान ने एक बार फिर से शिकस्त दे दी. मीरा कुमार 15वीं लोकसभा में यूपीए शासनकाल में अध्यक्ष पद को भी सुशोभित की थीं.
कटिहार से सांसद चुने गये तारिक अनवर एनसीपी से पाला बदलकर कांग्रेस में शामिल हुए थे. इस बार कांग्रेस की टिकट उनको जीत नहीं दिला सकी. सुपौल की सांसद व अपने क्षेत्र में प्रभाव रखने वाली रंजीत रंजन को भी सेक्युलर मत विजय दिलाने में असफल रहे.
शत्रुघ्न सिन्हा को जनता ने नकारा
भाजपा से पाला बदलकर कांग्रेस में शामिल होने वाले शत्रुघ्न सिन्हा को पटना साहिब क्षेत्र की जनता ने अस्वीकार कर दिया. भाजपा के रविशंकर प्रसाद से उनको करारी हार मिली. राज्य के दबंग विधायक माने जाने वाले अनंत सिंह की पत्नी नीलम सिंह को मुंगेर सीट से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था. वहां पर उनको जदयू के प्रत्याशी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह से हार का सामना करना पड़ा. समस्तीपुर से कांग्रेस ने अपने पुराने नेता डाॅ अशोक कुमार को मैदान में उतारा था. यहां अशोक कुमार लोजपा प्रत्याशी रामचंद्र पासवान से शिकस्त मिली. पूर्णिया में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को एक बार फिर जदयू के संतोष कुशवाहा से हार का सामना करना पड़ा. इधर, वाल्मीकीनगर से कांग्रेस ने शाश्वत केदार को पहली बार मैदान में उतारा था. उनको जदयू के वैद्यनाथ महतो से भारी मतों से पराजय का सामना करना पड़ा.

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