पटना : बिहार में साझा सरकार बनने से सामाजिक न्याय गायब : उदित राज

पटना : कांग्रेस नेता व सांसद उदित राज ने आरोप लगाया है कि बिहार में जब से भाजपा के साथ साझा सरकार बनी है, तब से सामाजिक न्याय के मुद्दे गायब हैं. राज्य में अनुसूचित जाति व जनजाति की भागीदारी नगण्य है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार में एक लाख 50 हजार से अधिक पद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 8, 2019 7:35 AM
पटना : कांग्रेस नेता व सांसद उदित राज ने आरोप लगाया है कि बिहार में जब से भाजपा के साथ साझा सरकार बनी है, तब से सामाजिक न्याय के मुद्दे गायब हैं. राज्य में अनुसूचित जाति व जनजाति की भागीदारी नगण्य है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार में एक लाख 50 हजार से अधिक पद खाली हैं.
यहां की प्रदेश सरकार न तो खाली पदों की विभागवार आंकड़े जारी कर रही है और नहीं भरने का प्रयास कर रही है. पटना हाइकोर्ट के 30 जजों में दलित नहीं हैं. पटाना हाइकोर्ट में विधिक अधिकारियों की स्थिति भी दयनीय है. उन्होंने कहा कि मगध विश्वविद्यालय 742 प्राध्यापकों में से मात्र तीन इस वर्ग के हैं.
पटना विश्वविद्यालय में 18 प्राचार्य में सिर्फ एक इस वर्ग के और एक एसटी वर्ग के हैं. निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत कम आय वर्ग के बच्चों का होना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में 12 करोड़ किसानों को छह हजार देने की घोषणा की गयी है, जबकि सरकार के पास ऐसा कोई डाटा नहीं है.
भाजपा से टिकट नहीं मिलने की वजह बताते हुए उदित राज ने बताया कि भाजपा उन्हीं दलितों को बढ़ाती है जो गूंगे और बहरे हों. अगर वह गूंगा-बहरा बने रहते तो तो संभव है कि उनको लाभ मिलता. उन्होंने लोकसभा में उत्कृष्ट कार्य करने के बाद उनका उत्तर पश्चिमी दिल्ली से टिकट काट दिया गया.

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