अब छठी कक्षा से ही छात्राओं को दी जायेगी पीरियड और स्वच्छता की जानकारी
पहले नौवीं क्लास से मिलती थी जानकारी नये सत्र से स्कूलों में सीधे प्रशिक्षण देने की है योजना एससीइआरटी ने हॉरमोनल चेंज को देखते हुए लिया फैसला हेल्थ, हाइजीन और जेंडर के अन्य इश्यू होंगे शामिल पटना : हॉरमोनल चेंज के कारण होनेवाले परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों की व्यस्क होती बच्चियों […]
- पहले नौवीं क्लास से मिलती थी जानकारी
- नये सत्र से स्कूलों में सीधे प्रशिक्षण देने की है योजना
- एससीइआरटी ने हॉरमोनल चेंज को देखते हुए लिया फैसला
- हेल्थ, हाइजीन और जेंडर के अन्य इश्यू होंगे शामिल
पटना : हॉरमोनल चेंज के कारण होनेवाले परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों की व्यस्क होती बच्चियों को उनके लैंगिक स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी देने का फैसला किया गया है.पहले जहां नौंवी क्लास से इसकी शुरुआत होती थी, लेकिन अब छठी क्लास से ही बच्चियों को मासिक धर्म, उन दिनों के दौरान स्वास्थ्य और हाइजीन का ख्याल रखने की जानकारी दी जायेगी. इसमें एक्टीविटी और क्लासरूम अवेयरनेस के जरिये लड़कियों को सशक्त किया जायेगा.
एससीइआरटी यानी राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण पर्षद ने इस संंबंध में नीतिगत फैसला ले लिया है. कम्युनिटी मीटिंग के जरिये इस बारे में परिजनों को भी जागरुक किया जायेगा. विद्यालय प्रबंध समिति के पदाधिकारी इस बारे में जागरुकता फैलाएंगे.
क्या कहती हैं अधिकारी
अब तक राज्य के सरकारी स्कूलों में 9वी और दसवीं क्लास की बच्चियों को इस संबंध में जानकारी दी जाती थी. अब सत्र 2019-20 से छठी से आठवीं क्लास के बच्चियों को इसके प्रशिक्षण से शुरुआत हो रही है. इसके बाद अब छठी से बारहवीं तक के बच्चियों को उनके निजी स्वास्थ्य को लेकर जानकारी दी जायेगी.
-डॉ मंजू लाल, संयुक्त निदेशक, एससीइआरटी
