बिहार में दही-चूड़ा के सियासी भोज से दूर रहा लालू परिवार, राजद कुनबे में मायूसी

पटना : बिहार के सबसे बड़ेसियासीघराने (राजद) मेंइस बारभी मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चूड़ा के भोज का आयोजन नहीं किया गया. दरअसल, बिहार में दही-चूड़ा के भोज की अपनी खास अहमियत है. हालांकि, यह लगातार दूसरा वर्ष है जब राजद कुनबे में मायूसी छायी रही. वहीं, इस वर्ष मकर संक्रांति के मौके पर सोमवार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 14, 2019 6:34 PM

पटना : बिहार के सबसे बड़ेसियासीघराने (राजद) मेंइस बारभी मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चूड़ा के भोज का आयोजन नहीं किया गया. दरअसल, बिहार में दही-चूड़ा के भोज की अपनी खास अहमियत है. हालांकि, यह लगातार दूसरा वर्ष है जब राजद कुनबे में मायूसी छायी रही. वहीं, इस वर्ष मकर संक्रांति के मौके पर सोमवार को एनडीए में शामिल जदयू और लोजपा ने दही-चूड़ा भोज का आयोजन कियागया. जबकि, राजद सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के आवास पर सन्नाटा पसरा रहा. हालांकि, इस बीच कांग्रेस ने 15 जनवरी यानी मंगलवार को प्रदेश कार्यालयसदाकतआश्रम में दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया है, जिसमें महागठबंधन के सभी घटक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है.

गौर हो कि बिहार में मकर संक्रांति केखास मौके पर राजदसुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के आवासपरदही-चूड़ाके विशेष भोजकाआयोजन किया जाता था. इसमें लालू प्रसाद यादव अपनी पार्टी के साथ-साथ विरोधी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी निमंत्रण देकर बुलाते थे. भोज में लालू अपने परिवार के साथ खुद लोगों को चूड़ा-दही परोसते थे. हालांकि, इसवर्ष राबड़ी आवास पर चूड़ा-दही भोज नहीं होने का कारण लालू प्रसाद यादव का जेल में होना बताया जा रहा है.वहीं तेज प्रताप यादव के अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक की अर्जी दायर किये जाने के बाद से ही लालू परिवार में सबकुछ ठीक नहीं चलनेकीचर्चा होती रही है. तलाक की अर्जी दायर करने के बाद से ही तेज प्रताप लगातार राबड़ी आवास से अपनी दूरी बनाये हुए है. इन सबके बीच, लगातारदूसरे वर्ष भी दही-चूड़ा भोज का आयोजन नहीं होने के कारण राजद के नेताओं में मायूसी है. बता दें कि लालू प्रसाद 1990 के बाद से दही-चूड़ा का भोज अपने आवास पर देते रहे है.

कांग्रेस के दही-चूड़ा भोज में शामिल हो सकते है तेजस्वी
आगामी लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बाद तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच राष्ट्रीय जनता दल के युवा नेता तेजस्वी यादव रविवार को देर रातलखनऊ पहुंचेऔर बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की. दोनों नेताओं की मुलाकात करीब एक घंटे की थी. इसके बाद सोमवार को तेजस्वी यादव ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से भी लखनऊ में मुलाकात की. बाद में संवाददाताओं से बातचीत मेंतेजस्वी यादव ने कहा ‘मैं छोटा हूं, मैं यहां उन्हें (मायावती को) उनके जन्म दिवस पर अग्रिम बधाई देने और उनका आशीर्वाद लेने आया हूं.फिर तेजस्वी ने अपने ट्विटर एकाउंट पर मायावती के साथ ली गयीं कुछ तस्वीरें साझा की जिसमें वह बसपा प्रमुख के पैर छूते दिख रहे है. संभावना जतायी जा रही है कि तेजस्वी मंगलवार को पटना में मौजूद रहेंगे. चर्चा यह भी है कि वे बिहार कांग्रेस की ओर से पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजित दही-चूड़ा भोज में शामिल हो सकते है.

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