पटना : रंगदारी से चलता है अपराधियों का हुक्का-पानी, दे रहे चुनौती
जेल जाने के बाद भी गुर्गों से कराते हैं काम पटना : अपराधियों का हुक्का-पानी रंगदारी से चलता है. रंगदारी की रकम से वह अपने शौक पूरे करते हैं. फरारी से लेकर पुलिस के चंगुल में फंसने तक यही रकम उनका साथ निभाती है. इसलिए जेल की सलाखों के पीछे पहुंचने के बाद भी अपने […]
जेल जाने के बाद भी गुर्गों से कराते हैं काम
पटना : अपराधियों का हुक्का-पानी रंगदारी से चलता है. रंगदारी की रकम से वह अपने शौक पूरे करते हैं. फरारी से लेकर पुलिस के चंगुल में फंसने तक यही रकम उनका साथ निभाती है. इसलिए जेल की सलाखों के पीछे पहुंचने के बाद भी अपने गुर्गों से रंगदारी वसूल कराते हैं.
राजधानी में इसका चलन तेज हो गया है. शहर में कोचिंग संचालक, हॉस्टल संचालक, दवा व्यापारी और ग्रामीण इलाकों में ज्वेलरी की दुकानें इन अपराधियों के निशाने पर हैं. फिक्स महीना नहीं मिलने पर पहले वाट्सएप कॉल कर धमकी दी जाती है और फिर डर के लिए गुर्गों से फायरिंग करायी जाती है. कदमकुआं के नया टोला में कोचिंग संचालक पर फायरिंग रविवार को बिहटा में की गयी फायरिंग से रंगदारी वसूलने वाले गैंग के चुनौतियों को समझा जा सकता है.
शहर से ग्रामीण इलाकों तक खड़े हो गये कई गैंग
राजधानी में नामचीन गैंग के अलावा नये लड़के भी रंगदारी वसूलने में शामिल हो गये हैं. बाइकर्स गैंग के लोगों की पहली पसंद रंगदारी वसूलना है. इन लोगों ने कुछ महीने पहले कंकड़बाग में एक कोचिंग संचालक पर जानलेवा हमला किया गया था. इस मामले में कंकड़बाग पुलिस ने प्राथमिकी तो दर्ज किया, लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी.
वहीं, कोचिंग संचालक को सुरक्षा गार्ड भी मुहैया कराया गया. फिलहाल यह चुनौती कम होने का नाम नहीं ले रही है. गरिमा मलिक ने एसएसपी पद की जिम्मेदारी संभाली है. चार्ज लेने के बाद रंगदारी से जुड़ी तीन बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं. नौबतपुर में पुल निर्माण स्थल पर फायरिंग और रंगदारी मांगा जाना, पटना के नया टोला में फायरिंग और अब बिहटा में रविवार को फायरिंग की घटना हुई है.