बिहार के स्कूलों में स्वच्छ पेयजल से लेकर शौचालय तक की कमी, स्कूलों में बिजली की स्थिति भी ठीक नहीं

15 हजार से अधिक शिक्षकों से बातचीत के आधार पर तैयार रिपोर्ट में खुलासा पटना : बिहार के स्कूलों में स्वच्छ पेयजल से लेकर शौचालय तक की कमी है. इतना ही नहीं, स्कूल भवनों की हालत भी ठीक नहीं है. मरम्मत की जरूरत है. बिजली को लेकर भी स्कूलों की स्थिति कुछ अच्छी नहीं है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 7, 2019 7:11 AM
15 हजार से अधिक शिक्षकों से बातचीत के आधार पर तैयार रिपोर्ट में खुलासा
पटना : बिहार के स्कूलों में स्वच्छ पेयजल से लेकर शौचालय तक की कमी है. इतना ही नहीं, स्कूल भवनों की हालत भी ठीक नहीं है. मरम्मत की जरूरत है. बिजली को लेकर भी स्कूलों की स्थिति कुछ अच्छी नहीं है. प्रदेश के 15 हजार से अधिक शिक्षकों से बातचीत के बाद कुछ ऐसी ही तस्वीर सामने आयी है.
इसका खुलासा नेशनल एचीवेंट सर्वे (एनएएस)-2017 की रिपोर्ट में हुआ है. बिहार, झारखंड सहित यह सर्वे देश के सभी 36 राज्यों (केंद्र शासित सहित) के चुनिंदा सरकारी स्कूलों में किया गया है. इसमें कक्षा तीन, पांच और आठ के बच्चों को शामिल किया गया है.
सर्वे का नतीजा
शिक्षकों ने कहा कि शौचालय सुविधा की कमी है.
14% शिक्षकों ने कहा कि स्वच्छ पेयजल को लेकर समस्या है
30% शिक्षकों ने स्कूल भवन के मरम्मत की जरूरत बतायी
32% शिक्षकों ने कहा कि बिजली का अभाव है
ये भी जानें
38 जिलों को सर्वे में शामिल किया गया
l 15000 से अधिक शिक्षकों से बातचीत के बाद नतीजा आया
l 6417 स्कूलों को शामिल किया गया सर्वे में
सर्वे में ये बातें भी आयीं सामने
28% शिक्षकों ने कहा कि ‘वर्क लोड’ ज्यादा है
50% शिक्षकों ने कहा कि वह अपनी नौकरी से संतुष्ट हैं
82% शिक्षकों ने उपलब्ध शिक्षण सामग्री को लेकर संतोष जताया

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