पहले पिता ने पांच बच्चों का साथ छोड़ा और अब मां…

सहरसा : बिहार के सहरसा जिला के सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन परिसर स्थित एएसएम कार्यालय के बगल में 14 दिसंबर की रात तड़पती मिली पांच बच्चों की मां अररिया जिला के नरकटियागंज निवासी कुसुम देवी की मौत बुधवार की अहले सुबह इलाज के दौरान सदर अस्पताल में हो गयी. मौत के बाद अपनी मां के शव […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 19, 2018 7:35 PM

सहरसा : बिहार के सहरसा जिला के सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन परिसर स्थित एएसएम कार्यालय के बगल में 14 दिसंबर की रात तड़पती मिली पांच बच्चों की मां अररिया जिला के नरकटियागंज निवासी कुसुम देवी की मौत बुधवार की अहले सुबह इलाज के दौरान सदर अस्पताल में हो गयी. मौत के बाद अपनी मां के शव के पास छोटे-छोटे बच्चों को बिलखते देख इलाजरत मरीज व उसके परिजन भी अपने आंख से आंसू नहीं रोक सके. वहीं अस्पताल में भर्ती होने के बाद मदद को आगे आये सामाजिक लोगों की भीड़ जमा हो गयी. मालूम हो कि रक्त की कमी के बाद अस्पताल प्रशासन व सामाजिक संगठन व अन्य लोगों के द्वारा रक्तदान कर उन्हें रक्त दिया गया था. बुधवार को भी उन्हें रक्त चढ़ाने की बात थी. इधर सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस ने अस्पताल पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी.

चाइल्ड लाइन ने लिया बच्चों को अपने कब्जे में
मौत की सूचना व महिला के साथ पांच बच्चों के सर से मां का साया उठने की सूचना पर चाइल्ड लाइन के संयोजक बाल किशोर झा के नेतृत्व में टीम सदर अस्पताल पहुंच पांचों बच्चों को अपने कब्जे में लिया. संयोजक श्री झा ने बताया कि मृतका के पुत्र सूरज कुमार, छोटू कुमार, पुत्री ज्योति कुमारी, पूजा कुमारी व नंदनी कुमारी की समुचित संरक्षण व लालन पालन के लिए संरक्षित किया गया है.

क्या था मामला

विदित हो कि शुक्रवार की देर शाम 15210 अमृतसर-सहरसा जनसेवा एक्सप्रेस से एक बीमार महिला अपने पांच बच्चों के संग सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पर उतरी. महिला स्टेशन अधीक्षक कार्यालय के बगल में अपने बच्चों के संग जमीन पर बेसुध हो निढाल हो गयी थी. ठंड के कारण कुछ देर बाद ही महिला की स्थिति चिंताजनक हो गयी. सबकुछ जानते हुए भी रेलवे अनजान बना रहा. मामले की जानकारी मिलने के बाद समाजसेवी सुमित गुप्ता ने स्टेशन पहुंच महिला को कंबल देकर व बच्चों के खाने की व्यवस्था कर मामले की जानकारी संबंधित को दी. लेकिन किसी ने कोई जहमत उठाना मुनासिब नहीं समझा.

इसके बाद स्टेशन पर बच्चों के संग मरणासन्न पड़ी महिला को स्टेशन से आनन-फानन में अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया. शनिवार की सुबह में महिला की स्थिति में सुधार नहीं होने पर महिला को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. कुसुम के पुत्र ने बताया था कि वह सभी सीतापुर से जनसेवा से नरकटियागंज के लिए चले थे. इस दौरान भूलवश सिमरी बख्तियारपुर आ गये. पुत्र ने बताया कि पिता ने एक साल पूर्व ही दूसरी शादी कर मां को छोड़ दिया है.

Next Article

Exit mobile version