मुख्यमंत्री राजे ने चुनाव आयोग से शरद यादव की टिप्पणी पर संज्ञान लेने का किया आग्रह, कहा- यह सभी महिलाओं का अपमान

झालवाड़ : राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने लोकतांत्रिक जनता दल के मुखिया शरद यादव द्वारा उनके शरीर पर टिप्पणी करने की निंदा की है. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता यादव ने ना सिफ उन्हें चोट पहुंचायी, बल्कि महिओं का भी अपमान किया है. उन्होंने वरिष्ठ नेता द्वारा की गयी कामुक टिप्पणियों पर संज्ञान लेने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 7, 2018 11:18 AM

झालवाड़ : राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने लोकतांत्रिक जनता दल के मुखिया शरद यादव द्वारा उनके शरीर पर टिप्पणी करने की निंदा की है. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता यादव ने ना सिफ उन्हें चोट पहुंचायी, बल्कि महिओं का भी अपमान किया है. उन्होंने वरिष्ठ नेता द्वारा की गयी कामुक टिप्पणियों पर संज्ञान लेने का आग्रह चुनाव आयोग से किया है.

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि ‘मुझे लगता है कि यह सिर्फ मेरे लिए ही नहीं, बल्कि भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है. चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए.’ साथ ही उन्होंने कहा कि किसी महिला के लिए ऐसी टिप्पणी को मैं बर्दाश्त नहीं कर सकती. मैं अपमानित महसूस कर रही हूं और यह महिलाओं का अपमान है.

शरद यादव ने दिया था विवादित बयान

लोकतांत्रिक जनता दल के मुखिया शरद यादव ने राजस्थान चुनाव प्रचार के दौरान रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर विवादित टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि ‘वसुंधरा (राजे) को आराम दो, बहुत थक गयी हैं. बहुत मोटी हो गयी हैं. पहले पतली थीं. हमारे मध्य प्रदेश की बेटी हैं.’ राजस्थान की मुख्यमंत्री पर शरद यादव की टिप्पणी का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. साथ ही उनके बयान की भी आलोचना होने लगीं. इसके बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि ‘मैंने इसे एक मजाक के रूप में कहा. मेरे साथ पुराने संबंध हैं. यह किसी भी तरह से अपमानजनक नहीं था. मुझे उन्हें चोट पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. जब मैं उनसे मिला, तो मैंने उनसे कहा कि आपका वजन बढ़ रहा है.’

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युवाओं के लिए अशिष्ट उदाहरण प्रस्तुत करेगीऐसी भाषा: राजे

वसुंधरा राजे ने कहा कि ऐसी भाषा युवाओं के लिए बुरा उदाहरण पेश करेगी. एक अनुभवी नेता की ऐसी टिप्पणी से मैं पूरी तरह से अचंभित हो गयी हूं. जिनके साथ हमारे परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध रहे हैं, वे अपनी जिह्वा को नियंत्रित नहीं रख सके. ऐसी भाषा से युवाओं में संदेश जाता है. हम नहीं चाहते कि हमारी कोई भी युवा पीढ़ी ऐसी भाषा का उपयोग करे. उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेता की भाषा ऐसी नहीं हो सकती कि ‘वसुंधरा को आराम दो. वह बहुत थक गयी है और बहुत मोटी हो गयी है.’

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