जैविक कलस्टर को बढ़ावा देने के लिए केंद्र से सहयोग लेगा बिहार

पटना : जैविक खेती की ओर बढ़ रहा बिहार जैविक कलस्टर को बढ़ावा देने के लिए केंद्र से सहयोग लेगा. नमामि गंगे परियोजना के तहत राज्य में अभी 103 कलस्टर चल रहे हैं. बिहार ने केंद्र को 309 कलस्टर का प्रस्ताव दे रखा है. इसमें से केंद्र ने अब तक 103 की ही स्वीकृति दी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 18, 2018 8:48 AM
पटना : जैविक खेती की ओर बढ़ रहा बिहार जैविक कलस्टर को बढ़ावा देने के लिए केंद्र से सहयोग लेगा. नमामि गंगे परियोजना के तहत राज्य में अभी 103 कलस्टर चल रहे हैं. बिहार ने केंद्र को 309 कलस्टर का प्रस्ताव दे रखा है.
इसमें से केंद्र ने अब तक 103 की ही स्वीकृति दी है. पिछले दिनों कृषि और इससे संबंधित विभिन्न विभागों की केंद्र संपोषित योजनाओं की समीक्षा हुई थी, जिसमें यह मांग उठी थी कि केंद्र से जैविक कलस्टर में सहयोग लिया जाये.
बिहार इन दिनों जैविक खेती को बढ़ावा दे रहा है. तीसरे कृषि रोडमैप में भी जैविक खेती पर खासा जोर दिया गया है. राज्य में गंगा किनारे और एनएच किनारे जैविक कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है. पायलट प्रोजेक्ट के तहत पांच जिलों में सब्जी की जैविक खेती शुरू भी हो गयी है. इसके लिए सरकार किसानों को खेती के पहले ही छह हजार रुपये का इनपुट अनुदान दे चुकी है. कृषि विभाग 50 एकड़ पर एक कलस्टर बनाता है.
नमामि गंगे के तहत राज्य में 103 कलस्टर
राज्य सरकार ने केंद्र से नमामि गंगे योजना के तहत 309 कलस्टर की मांग की थी, जिसमें अब तक 103 की ही स्वीकृति मिली है. इसमें बक्सर में 17, भोजपुर में 18, पटना में 11, छपरा में 32 और वैशाली में 25 कलस्टर चल रहे हैं, जबकि परंपरागत खेती के तहत करीब 4600 एकड़ में कलस्टर बना है. परंपरागत खेती में आलू, प्याज, परवल, भिंडी , नेनुआ, टमाटर आदि के लिए कलस्टर बना है. इसके तहत पटना में 750 एकड़, नालंदा में 1250 एकड़, बेगूसराय में 500, लखीसराय में 449, मुंगेर में 750, नवादा में 500 और गया में 503 एकड़ में कलस्टर बना है.

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