नौबतपुर : दो शिफ्टों में चलता है विद्यालय

मध्य विद्यालय में होती है पितवांस उच्च विद्यालय की पढ़ाई पितवांस(नौबतपुर) : एक तरफ केंद्र व राज्य सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर दे रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री साइकिल व पोशाक, मध्याह्न भोजन, छात्रवृत्ति योजनाओं समेत न कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. विज्ञापन मद में भी करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाया जा रहा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 14, 2018 8:49 AM
मध्य विद्यालय में होती है पितवांस उच्च विद्यालय की पढ़ाई
पितवांस(नौबतपुर) : एक तरफ केंद्र व राज्य सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर दे रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री साइकिल व पोशाक, मध्याह्न भोजन, छात्रवृत्ति योजनाओं समेत न कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. विज्ञापन मद में भी करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाया जा रहा है. वहीं, नौबतपुर प्रखंड में एक विद्यालय की स्थिति यह है कि भवन के अभाव में एक ही विद्यालय में दो स्कूल चल रहे हैं.
प्रखंड का उच्च विद्यालय पितवांस भवन के अभाव में दो वर्षों से मध्य विद्यालय पितवांस में चल रहा है. इसके लिए विद्यालय दो शिफ्टों में चलना पड़ रहा है.
सुबह सात बजे से 11 बजे तक मध्य विद्यालय और 11.30 बजे से तीन बजे तक हाईस्कूल के बच्चों की पढ़ाई होती है. बताया जाता है कि इस विद्यालय की स्थापना वर्ष 1950 में की गयी थी. पटना जिले के तीन प्रखंडों नौबतपुर, मसौढ़ी व दुल्हिनबाजार के बॉर्डर पर स्थित है यह विद्यालय. इन तीनों प्रखंडों के 25 गांवों के बच्चे इस विद्यालय में पढ़ने आते हैं.
25 गांवों के बच्चे पढ़ने आते हैं इस विद्यालय में
नौबतपुर प्रखंड के करंजा, गोआय, गोआयचक, पितवांस, दरियापुर, दुल्हिनबाजार प्रखंड के नरवां, सोनियावां, आलमपुर, डुमरी, सब्जपुरा, मसौढ़ी प्रखंड के गंगाचक, दुधीचक, केवटा, चरमा व शाहाबाद समेत 25 गांवों के बच्चे पढ़ते हैं. निर्माण व मरम्मत के अभाव में हाईस्कूल भवन धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील हो गया. खिड़की,दरवाजे, बांस- बल्ले ग्रामीण उखाड़ कर ले गये अथवा सड़ गये. स्कूल कैंपस में घास, झाड़ियां आदि हो गयी हैं.
भवन निर्माण के िलए वर्ष 2008-09 में राशि आयी, लेकिन एजेंसी चयन के अभाव में राशि लौट गयी. वहीं, स्कूल में मानक मंडल के अनुसार शिक्षक की पदस्थापना नहीं होने से कई विषयों की पढ़ाई बाधित है. बताया जाता है इस विद्यालय में संस्कृत व गणित के शिक्षक नहीं हैं. पूछे जाने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रेमचंद शर्मा ने बताया कि विषयवार शिक्षकों के पदस्थापन और भवन निर्माण के लिए राशि की मांग उन्होंने कई मर्तबा विभाग से लिखित रूप से की है.

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