पटना : बीमार पति की मौत, डॉक्टरों ने दी जानकारी तो अस्पताल की छत से ही कूद गयी पत्नी

पटना : पाटलिपुत्र में गुरुवार की अहले सुबह एमआर की नौकरी करने वाले एक युवक सनोज कुमार (35 वर्ष) की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी. इस गम में पत्नी ने भी अस्पताल की छत से कूद कर जान दे दी. दरअसल अस्पताल की तरफ से जब सनोज कुमार की मौत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 12, 2018 8:03 AM
पटना : पाटलिपुत्र में गुरुवार की अहले सुबह एमआर की नौकरी करने वाले एक युवक सनोज कुमार (35 वर्ष) की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी. इस गम में पत्नी ने भी अस्पताल की छत से कूद कर जान दे दी. दरअसल अस्पताल की तरफ से जब सनोज कुमार की मौत की जानकारी दी गयी, तो पूरा परिवार बिलखने लगा. सनोज की पत्नी प्रीति कुमारी (32 वर्ष) एकदम बदहवास थी. उसकी आंखों से आंसू नहीं निकल रहे थे, बल्कि उसका चेहरा फक्क पड़ गया था.
शादी के नौ साल बाद उसके बच्चे भी नहीं थे. पति ही उसके जीने का सहारा था. पति की मौत का सदमा उस पर भारी पड़ा. इस बीच वह एक झटके में उठी और अस्पताल की सीढ़ियों से छत पर पहुंच कर छलांग लगा दी. इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. गिरने की आवाज सुन कर आसपास के लोग जुट गये. इसके बाद परिवार की हालत और खराब हो गयी. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी.
पीलिया होने के बाद कराया गया था भर्ती
दरअसल वैशाली जिले के लालगंज का मूल निवासी सनोज और उसके पिता रविंद्र भगत पिछले कई सालों से झारखंड के दुमका में बस गये थे.
सनोज पेशे से एमआर था. वर्ष 2009 में जमुई में सनोज की शादी सरकारी स्कूल के शिक्षक सत्यजीत की बेटी प्रीति कुमारी से हुई थी. पिछले 17 सितंबर को सनोज की तबीयत खराब हुई थी. उसे इलाज के लिए दुमका के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान पता चला कि उसे पीलिया हो गया है. उसके लिवर में संक्रमण हो गया है.
4 अक्तूबर को उसकी हालत और बिगड़ गयी. इसके बाद उसे पटना इलाज के लिए लाया गया और शाम को पाटलिपुत्र में एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. यहां आईसीयू में उसका इलाज चल रहा था. गुरुवार की सुबह 5:10 बजे सनोज की मौत हो गयी. अस्पताल की तरफ से मौत की घोषणा कर दी गयी.
प्रीति की मां बार-बार हो रही थी बेहोश
प्रीति कुमारी की मां सुनीता देवी को इस घटना ने बिल्कुल तोड़कर रख दिया है. उन्हें तो विश्वास ही नहीं हो रहा है कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है. दामाद की माैत का गम तो उन्हें सता ही रहा था कि बेटी ने जानलेवा कदम उठा लिया. इस घटना के सुनीता देवी बार-बार बेहोश हो रही थी. प्रीति के पिता सत्यजीत का भी रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था.
उन्होंने कहा कि प्रीति बहुत ही सरल स्वभाव की थी. दोनों पति-पत्नी में काफी प्रेम था. कभी किसी तरह का विवाद नहीं हुआ. भगवान अच्छे लोगों काे ही छीन लेता है, यह कहकर प्रीति के मां-पिता फफक कर रो पड़े. प्रीति तीन बहनों में सबसे बड़ी थी. वहीं सनोज के पिता रविंद्र भगत और उनकी मां भी सनोज और प्रीति की मौत से टूट चुके हैं.

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