नयी दिल्ली : राजद-कांग्रेस में सीटों के बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं : रघुवंश प्रसाद सिंह

नयी दिल्ली : अगले वर्ष होनेवाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और जदयू में बिहार की सीटों को लेकर बातचीत शुरू होने के बीच राजद और कांग्रेस के मध्य राज्य में सीटों के बंटवारे पर कवायद शुरू हो गयी है. राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, ‘‘कांग्रेस के साथ पहले से ही गठबंधन चला […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 20, 2018 3:20 PM

नयी दिल्ली : अगले वर्ष होनेवाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और जदयू में बिहार की सीटों को लेकर बातचीत शुरू होने के बीच राजद और कांग्रेस के मध्य राज्य में सीटों के बंटवारे पर कवायद शुरू हो गयी है. राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, ‘‘कांग्रेस के साथ पहले से ही गठबंधन चला आ रहा है और आनेवाले लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं आयेगी. हमारा एक ही लक्ष्य है- ‘भाजपा को हराना.’

महागठबंधन में सीटों के बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सीटों के हिसाब से जिस पार्टी की ताकत जहां होगी, उसके अनुसार उचित सम्मान दिया जायेगा. राजग की सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर में बातचीत के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा. सिंह ने कहा कि कुशवाहा खुद कह चुके हैं कि वह स्वादिष्ट खीर बनायेंगे. इससे पूरी बात स्पष्ट हो जाती है. अभी वह केंद्र में मंत्रिपरिषद में हैं. ऐसे में अभी तत्काल कोई जल्दबाजी नहीं हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्ववाली केंद्र की भाजपा सरकार दुर्भावना के कारण लालू प्रसाद समेत पार्टी नेताओं को निशाना बना रही है. राजद के वरिष्ठ नेता ने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार और केंद्र की मोदी सरकार की विफलताओं को उजागर करने लिए उनकी पार्टी ने जन आंदोलन की तैयारी की है. रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर जनवरी 2019 से जन आंदोलन और जेल भरो अभियान शुरू करेगी. इसके लिए राजद के कार्यकर्ता विभिन्न चरणों में पंचायत स्तर पर लोगों से संपर्क कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 30 सितंबर से 15 अक्तूबर तक राजद महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया और जय प्रकाश नारायण को समर्पित अभियान चलायेगी और लोगों को राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार की विफलताओं की जानकारी देगी.

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