एक से 10 अगस्त के बीच लगाये गये 16 लाख पौधे

पौधारोपण योजना में बेगूसराय टॉप पर, इसके बाद पूर्णिया और समस्तीपुर का है नंबर पटना : पूरे राज्य में मनरेगा के तहत 1 से 10 अगस्त के बीच वन महोत्सव मनाया गया. इस दौरान 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन लक्ष्य से कहीं ज्यादा 16 लाख से अधिक पौधे लगाये गये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 15, 2018 8:29 AM
पौधारोपण योजना में बेगूसराय टॉप पर, इसके बाद पूर्णिया और समस्तीपुर का है नंबर
पटना : पूरे राज्य में मनरेगा के तहत 1 से 10 अगस्त के बीच वन महोत्सव मनाया गया. इस दौरान 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन लक्ष्य से कहीं ज्यादा 16 लाख से अधिक पौधे लगाये गये हैं.
यह जानकारी ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने दी. मुख्य सचिवालय स्थित ग्रामीण विकास विभाग के कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तीन जिलों का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा, जिसमें सबसे टॉप पर बेगूसराय रहा. यहां चार लाख 72 हजार 800 पौधे लगाये गये. इसके बाद बाद पूर्णिया और समस्तीपुर का नंबर है.
इस योजना को सफल बनाने में इन जिलों के जिन अधिकारियों का प्रदर्शन बेहतरीन रहा, उन्हें सम्मानित किया जायेगा. वहीं, दूसरी तरफ खगड़िया जिला एकमात्र ऐसा जिला है, जहां कोई पौधारोपण नहीं हुआ. ऐसा कैसे हुआ, इसकी समीक्षा की जायेगी. साथ ही इसके लिए दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. जिन जिलों में 10 हजार से कम पौधे लगाये गये हैं, उनके कार्यों की भी समीक्षा होगी. इसमें शिवहर, सारण, पटना, मुंगेर और लखीसराय जिले शामिल हैं.
अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रखंड होंगे सम्मानित
मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत सभी जिलों में समीक्षा बैठक की जायेगी, जिसमें जिस प्रखंड ने अच्छा प्रदर्शन किया, उनका चयन करके सम्मानित किया जायेगा. मंत्री ने कहा कि मनरेगा के तहत चलायी जा रही इस पौधारोपण योजना में 16 हजार 338 लोगों को रोजगार भी दिया गया है. इसमें जो भी पौधे लगाये जा रहे हैं, उनकी देखभाल के लिए प्रत्येक एक यूनिट (200 पौधों की संख्या) में दो वनपोषक बहाल किये गये हैं. इनकी जिम्मेदारी पौधों की देखभाल करने की होगी. इसके ऐवज में इन्हें सरकार प्रत्येक तीन दिन में 177 रुपये की दर से मजदूरी का भुगतान करेगी. यह मजदूरी इन्हें पांच साल तक दी जायेगी.
इसमें विधवा, विकलांग और जीविका सदस्यों को प्राथमिकता दी जायेगी. अगर कोई व्यक्ति निजी जमीन पर पौधारोपण करवाते हैं, तो प्रत्येक यूनिट पर एक वनपोषक की तैनाती की जायेगी. पौधारोपण योजना में 50 फीसदी फलदार वृक्ष लगाना अनिवार्य है. कुछ निजी लोग एक साथ मिलकर भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं.

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