जंदाहा की घटना के बाद अलर्ट मोड पर सरकार, परिजनों से मिले उपेन्द्र कुशवाहा, DGP कर रहे हैं मॉनिटरिंग

पटना : वैशाली के जंदाहा प्रखंड कार्यालय में सोमवार को नवनिर्वाचित प्रखंड प्रमुख व रालोसपा नेता मनीष सहनी की हत्या के बाद मचे बवाल के दौरान हुए पुलिस फायरिंग पर नीतीश सरकार अब अलर्ट मोड में दिख रही है. घटना के बाद इलाके में धारा 144 लगा दी गयी है. वहीं, इलाके में घटना को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2018 12:25 PM

पटना : वैशाली के जंदाहा प्रखंड कार्यालय में सोमवार को नवनिर्वाचित प्रखंड प्रमुख व रालोसपा नेता मनीष सहनी की हत्या के बाद मचे बवाल के दौरान हुए पुलिस फायरिंग पर नीतीश सरकार अब अलर्ट मोड में दिख रही है. घटना के बाद इलाके में धारा 144 लगा दी गयी है. वहीं, इलाके में घटना को लेकर तनाव कायम है.

मंगलवार को रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा मनीष सहनी के शोकाकुल परिजनों से मिलने पहुंचे. कुशवाहा ने इस घटना की घोर निंदा की. प्रखड़ प्रमुख मनीष साहनी के रोते-बिलखते परिजनों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि इस निर्मम हत्याकांड को अंजाम देनेवाले बख्शे नहीं जायेंगे. मौके पर मौजूद ग्रामीणों के द्वारा घटना की सीबीआई जांच की मांग पर उन्होंने कहा कि वे सरकार से न्यायिक जांच की मांग करेंगे. कुशवाहा के पहुंचने के बाद मामला और गरमा सकता है. लिहाजा बड़ी संख्या में पुलिस बल और महुआ अनुमंडल से एसएसबी के जवान और फायर ब्रिगेड की गाड़ी को रवाना कर दिया गया है.

उपेंद्र कुशवाहा के साथ विधायक रामचंद्र साहनी भी मौजूद थें. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रखंड प्रमुख मनीष की हत्या की गुत्थी जल्द सुलझेगी. सभी पहलुओं पर मुख्यमंत्री से हुई बात हुई है. पुलिस ने जल्दी में गलत निर्णय ले लिया. मामले के गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी को इस पूरे घटना पर नजर बनाये रखने के आदेश दिया है. पुलिस फायरिंग के दौरान घायल हुए लोगों को बेहतर इलाज के लिए सोमवार की देर शाम पीएमसीएच लाया गया, जिन्हें देखने के लिए मंत्री मदन सहनी अस्पताल पहुंचे. मदन सहनी ने प्रखंड प्रमुख के हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी का भरोसा भी दिलाया.

गौरतलब हो कि सोमवार को वैशाली जिले के रालोसपा के स्थानीय नेता की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद पूरे जिले में तनाव का माहौल बन गया था. प्रखंड प्रमुख मनीष सहनी की हत्या के बाद आक्रोशित भीड़ ने जंदाहा थाने को आग के हवाले कर दिया. आक्रोशित भीड़ को रोकने के लिए पुलिस को गोली भी चलानी पड़ी, जिसमें एक युवक की मौत हो गयी. फायरिंग में सात अन्‍य घायल हो गये. प्रमुख समर्थकों द्वारा की गयी रोड़ेबाजी में कई पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए जंदाहा इलाके में धारा-144 लगा दी गयी है.