पटना : बालू के दाम हुए बेलगाम, प्रति ट्रैक्टर 2000 रुपये बढ़ी कीमत

पटना : बालू की निर्धारित कीमत से अधिक राशि वसूलने के कारण ब्रॉडसन कंपनी पर 8.61 करोड़ रुपये का जुर्माना होने के बाद भी कीमत पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है. जिले में बालू की कीमत आसमान छू रही है. जून में जहां एक ट्रैक्टर (लगभग 110 सीएफटी) बालू की कीमत 4000 रुपये के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 14, 2018 6:49 AM
पटना : बालू की निर्धारित कीमत से अधिक राशि वसूलने के कारण ब्रॉडसन कंपनी पर 8.61 करोड़ रुपये का जुर्माना होने के बाद भी कीमत पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है. जिले में बालू की कीमत आसमान छू रही है. जून में जहां एक ट्रैक्टर (लगभग 110 सीएफटी) बालू की कीमत 4000 रुपये के आसपास थी.
अब यह कीमत 6000 रुपये तक पहुंच चुकी है. जिले में दीघा, बिहटा, फतुहा, घोसवरी, रानी तालाब से लेकर कई जगहों पर प्रतिदिन सुबह बालू का बाजार सेंसेक्स की तरह खुल रहा है. स्टॉक में से जितनी मात्रा में बालू को बाजार में लाया जाता है, उसी के अनुसार उस दिन की कीमत निर्धारित होती है.
दरअसल कितनी पूर्ति करनी है, यह भी वे लोग तय करते हैं. अधिकतर समय बालू का कृत्रिम अभाव पैदा कर दाम बढ़ा दिया जाता है. बीते 10 दिनों में 2000 रुपये प्रति ट्रैक्टर कीमत बढ़ चुकी है. सूत्रों के मुताबिक एक जुलाई से घाटों पर खनन पर रोक के बाद सभी स्टॉकिस्ट मनमानी कीमत पर बालू बेच रहे हैं.
खुदरा दुकानदार भी वसूल रहे मनमाना दाम
जिले में बालू के थोक व्यवसायी तो मनमाना दाम वसूल ही रहे हैं, खुदरा दुकानदार भी पांच सौ रुपये बढ़ा कर ले रहे हैं. ऐसे में ग्राहकों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
गौरतलब है कि बारिश के मौसम को लेकर एक जुलाई से लेकर 30 सितंबर तक बालू के खनन पर रोक लगा दी गयी है. इसके बाद जिनको सरकार की ओर से निविदा के आधार पर खनन की जिम्मेदारी दी गयी थी, वही स्टॉकिस्ट अब ऊंचे दाम पर बालू बेच रहे हैं. जानकारी के अनुसार सौ सीएफटी बालू की कीमत 1555 रुपये का सरकारी निर्धारण है, जबकि वर्तमान में बाजार में बालू की कीमत 5000 रुपये प्रति 100 सीएफटी तक चली गयी है.
चोरी-छिपे बेचा जा रहा सफेद बालू
दूसरी तरफ खनन विभाग की ओर से गंगा बालू यानी सफेद बालू पर रोक लगा दी गयी है. अब इसकी खरीद-बिक्री नहीं की जा सकती है. बावजूद इसके बाजार में सफेद बालू भी उपलब्ध है. दुकानदार चोरी-छिपे सफेद बालू बेच रहे हैं. दिन में बात हो जाने के बाद रात के समय तय जगह पर बालू को पहुंचाया जा रहा है. फिलहाल इसकी कीमत 2000 रुपये प्रति ट्रैक्टर है.
13 करोड़ 86 लाख घनफुट का किया गया था भंडारण
जिले में एक जुलाई से बालू खनन पर रोक के बाद जिला प्रशासन की ओर से सभी संबंधित कंपनियों के पास उपलब्ध बालू के भंडारण की गणना की गयी थी. तब बताया गया था कि जिले के 14 सेकेंड्री प्वाइंट व 42 घाटों पर 13 करोड़ 86 लाख 11 सौ 51 घन फुट का भंडारण किया गया है.
उस समय जिलाधिकारी कुमार रवि ने निर्देश जारी कर संबंधित अधिकारियों को भंडारण की नियमित जांच व ई-चालान के माध्यम से ही बिक्री करने को कहा था. इसके अलावा अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गयी थी कि किसी भी सूरत में भंडारण के दौरान बालू की कीमत में इजाफा नहीं किया जायेगा, लेकिन अब बाजार कीमत पर प्रशासन का जोर नहीं चल रहा है.

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