शौच की शिक्षा : शिक्षक रोज हाथ में लोटा लेकर शौच के लिए जाते है बच्‍चों को, कैसे होगा भारत स्वच्छ

सरकार ने स्वच्छता को लेकर अभियान चला रखा है. अक्तूबर, 2019 तक पूरे देश को खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य है. लेकिन, बच्चों को शिक्षा देनेवाले संस्थान खुलेआम इसका मजाक उड़ा रहे हैं. पटना-गया मार्ग पर धनरूआ के पभेड़ी मोड़ से थोड़ा आगे जब कतारबद्ध बच्चों को हाथ में लोटा लेकर जाते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 23, 2017 7:47 AM
सरकार ने स्वच्छता को लेकर अभियान चला रखा है. अक्तूबर, 2019 तक पूरे देश को खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य है. लेकिन, बच्चों को शिक्षा देनेवाले संस्थान खुलेआम इसका मजाक उड़ा रहे हैं. पटना-गया मार्ग पर धनरूआ के पभेड़ी मोड़ से थोड़ा आगे जब कतारबद्ध बच्चों को हाथ में लोटा लेकर जाते हुए बीडीओ रामजी पासवान ने देखा, तो वे आश्चर्यचकित रह गये.
उन्होंने अपनी गाड़ी रोक कर बच्चों से पूछताछ की, तो पता चला कि स्कूल के शिक्षक रोज इसी तरह बच्चों को खुले में शौच के लिए ले जाते हैं. इलाके के अन्य स्कूल भी ऐसा करते हैं. बीडीओ ने बताया कि ये छात्र नेशनल आवासीय विद्यालय, पभेड़ी के हैं. बीडीओ ने स्कूल प्रबंधन को मौके पर बुला कर फटकारा व आगे से ऐसा करने पर जुर्माना व निबंधन रद्द करने की चेतावनी दी.

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