राष्ट्रपति चुनाव : महागठबंधन का आतंरिक कलह अब सतह पर, राजद के आरोपों का जदयू देगा करारा जवाब

पटना : राष्ट्रपति चुनाव में महागठबंधन के इतर एनडीए के उम्मीदवार को समर्थन देने के बाद जदयू ने शनिवार को कहा कि रामनाथ कोविंद को और भी कई दलों का समर्थन मिलेगा. जदयू को उम्मीद है कि चुनाव आने तक कोविंद के पक्ष में और भी दल खड़े होंगे. राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने कहा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2017 7:38 AM
पटना : राष्ट्रपति चुनाव में महागठबंधन के इतर एनडीए के उम्मीदवार को समर्थन देने के बाद जदयू ने शनिवार को कहा कि रामनाथ कोविंद को और भी कई दलों का समर्थन मिलेगा. जदयू को उम्मीद है कि चुनाव आने तक कोविंद के पक्ष में और भी दल खड़े होंगे. राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने कहा कि कोविंद को दूसरे दल भी अपना समर्थन देंगे. उन्होंने बिना किसी दल का नाम लिए कहा कि यदि किसी को बकवास की बीमारी है तो उसे लवण भास्कर चूर्ण खाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस देश में राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के पराजित होने का इतिहास रहा है. उन्होंने किसी दल का नाम लिये बिना यह भी कहा कि जिन दलों ने अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है उसमें से ही कई दल कोविंद के पक्ष में आयेंगे. ऐसा कई बार देखा गया है.
राजद के आरोपों का जदयू देगा करारा जवाब
जदयू ने यह भी तय किया है कि वह राजद के किसी भी आरोपों का करारा जवाब देगा. पार्टी राजद के छुटभैये नेता के बयानों को तवज्जो नहीं देगी. लेकिन, यदि कोई गंभीर बातें सामने आयी तो वह चुप भी नहीं बैठेगी. राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह और विधायक भाई वीरेंद्र के बयान पर पलटवार करते हुए पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि जदयू इन दोनों नेताओं के बयानों को नोटिस नहीं लेता है. इनके बयानों से साफ लगता है कि ये दोनों नेता ही महागठबंधन के खिलाफ हैं. ये बयान देने में महागठबंधन धर्म का पालन भी नहीं करते हैं. जिस महागठबंधन की सरकार चल रही है, उसी के घटक दलों के खिलाफ बयानबाजी करते हैं. संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से पहले भी इन नेताओं पर लगाम लगाने का मांग की थी, लेकिन रह-रह ये दोनों नेता इस तरह का अनर्गल बयान देते रहते हैं.

हार देख हताशा में लालू प्रसाद करवा रहे नीतीश पर कटाक्ष : मंगल

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा है कि राजद और कांग्रेस के लोग राष्ट्रपति के चुनाव में अपने प्रत्याशी की पराजय तय देख हताशा में सीएम नीतीश कुमार पर कटाक्ष कर रहे हैं. पांडेय ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार का सम्मान बढ़ाने के लिए यहां के राज्यपाल रहे राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को अपने व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर समर्थन दिया है. यह राजद-कांग्रेस को पच नहीं रहा है. यह महागठबंधन की आंतरिक राजनीति में मचे घमासान को भी जाहिर करता है.

सोनिया गांधी की चरण वंदना करने वाले लालू के हर कदमों का समर्थन करना कांग्रेस की राजनीतिक मजबूरी है. कांग्रेस और राजद ने मिलकर बिहार के दलितों को अपमानित करने की सुनियोजित योजना बनायी है. पांडेय ने कहा कि राजद-कांग्रेस की ओछी बयानबाजी बताती है कि महागठबंधन में आंतरिक कलह सतह पर आ गया है. लालू स्वयं न बोल कर अपने पुत्र और अन्य लोगों से जदयू और नीतीश को गाली दिलवा और सार्वजनिक रूप से नीतीश कुमार को अपमानित कर रहे हैं.

नीतीश को मान लिया नहीं तो इनकी राजनीति खत्म थी : भाई वीरेंद्र
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राज्य में महागठबंधन दलों के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के शुक्रवार को इफ्तार के बाद दिये गये बयान के बाद शनिवार को राजद ‌विधायक भाई वीरेंद्र ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ तल्ख बयान दिया है. भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश कुमार वह नाम है जिसके ऊपर यह वाक्य सही बैठता है कि ऐसा कोई सगा नहीं, नीतीश कुमार ने जिसे ठगा नहीं.

राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश के बड़े तीसमार खां नहीं है जो यह तय नहीं कर सकते कि कौन मुख्यमंत्री होगा और कौन प्रधानमंत्री बनेगा. इनको मान लिया गया यहीं बहुत है नहीं तो इस बार इनकी राजनीति खत्म ही थी. उन्होंने बात यही समाप्त नहीं की. आगे कहा कि यह लगता है कि उन्होंने आरएसएस से समझौता कर लिया है.

महागठबंधन में नीतीश को रहना है या नहीं, यह नि र्णय उन्हें लेना है : दिलीप
पटना. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व विधान पार्षद डॉ दिलीप चौधरी ने कहा कि हमलोग महागठबंधन में हैं. आलाकमान जो तय करेगा वह सर्वमान्य है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. महागठबंधन में उन्हें रहना है या नहीं यह निर्णय लेना उनका काम है. उन्हें तय करना है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संघ मुक्त भारत की बात कही थी. किसी भी चुनाव में कोई हार के लिए नहीं जीत के लि ए उतरता है. राष्ट्रपति पद के चुनाव में मीरा कुमार को कांग्रेस की अगुवायी में विपक्ष का समर्थन प्राप्त है.

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