19 महीने पहले गिरा था भागलपुर-सुल्तानगंज अगवानी पुल का हिस्सा, अब तक शुरू नहीं हुआ काम
Bhagalpur: जिले के अगुवानी पुल का पीलर नंबर-9 से पीलर नंबर-13 के बीच का सुपर स्ट्रक्चर और सब स्ट्रक्चर चार जून 2023 को गिर गया था. इस हादसे के डेढ़ साल बाद भी काम फिर से शरू नहीं हो पाया है.
भागलपुर: सुल्तानगंज में गंगा नदी पर निर्माणाधीन अगवानी पुल का कुछ हिस्सा चार जून, 2023 को गिरने और हाइकोर्ट में अपने कॉस्ट पर फिर से पुल निर्माण की जिम्मेदारी लेने वाली एजेंसी ने अब तक पुल निर्माण शुरू नहीं किया है. इस बारे में बताया जा रहा है कि एजेंसी को काम शुरू करने के लिए पथ निर्माण विभाग से कुछ अप्रूवल का इंतजार है. इसके बाद पुल निर्माण कार्य अगले महीने शुरू हो सकता है. इस पुल का निर्माण हाेने से मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया जिला के लोगों को आवागमन की सीधी सुविधा मिलेगी. साथ ही सहरसा, मधेपुरा, बेगूसराय जिला के लोगों को सुल्तानगंज आने-जाने में सुविधा होगी. उत्तर बिहार के लोगों को कांवर यात्रा में देवघर जाने में भी सुविधा होगी.
2023 में गिरा था पुल का हिस्सा
सूत्रों का कहना है कि निर्माणाधीन सुल्तानगंज-अगवानी घाट पुल का कुछ हिस्सा चार जून, 2023 को गिरने के बाद इसका काम रुक गया था. सरकार ने इसकी जांच के आदेश दिये. साथ ही यह मामला पटना हाइकोर्ट में भी गया. इसके बाद हाइकोर्ट में निर्माण एजेंसी ने इस पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से का निर्माण अपनी लागत पर करने संबंधी हलफनामा कोर्ट में दिया था. कोर्ट ने इसकी मंजूरी दी. इसके बाद यह जानकारी दी गई कि इस पुल का निर्माण शुरू करने से पहले क्षतिग्रस्त हिस्से के मलबे को घटनास्थल से साफ करवाया जायेगा, इसके बाद काम शुरू होगा. अब पुल गिरने के करीब 19 महीने बाद भी सरजमीन पर काम शुरू नहीं हुआ है.
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अप्रैल 2022 में भी गिरा था निर्माणाधीन पुल का हिस्सा
इससे पहले इस निर्माणाधीन पुल का कुछ हिस्सा अप्रैल 2022 में भी गिर गया था. उसके बाद फिर इसका निर्माण बाधित हो गया था. इसके बाद निर्माण शुरू होने पर दोबारा पुल का हिस्सा गिर गया. इस बार इसका पीलर नंबर-9 से पीलर नंबर-13 के बीच का सुपर स्ट्रक्चर और सब स्ट्रक्चर गिर गया. दरअसल एप्रोच सहित पुल का निर्माण करीब 20 किमी 418 मी लंबाई में दो मई 2015 से करीब सात करोड़ की अनुमानित लागत से शुरू हुआ था. इसे पूरा करने की समय-सीमा एक नवंबर 2019 थी, लेकिन इसका निर्माण तकनीकी कारणों से पूरा नहीं हुआ. समीक्षा के बाद इसकी समयसीमा बढ़ाकर 30 जून, 2022 कर दी गयी थी. समयसीमा बढ़ने से इस पुल का बजट बढ़कर करीब 1332 करोड़ रुपये हो चुका है.
