राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनें नितिन नबीन, बिहार में किसके हाथ में होगी बीजेपी की कमान? 

BJP Bihar President: बिहार में विधानसभा चुनाव हो गए और उत्तर प्रदेश को नया भाजपा प्रदेशाध्यक्ष भी मिल गया है. ऐसे में अब इस बात की चर्चा तेज हो गई कि बिहार का अगला भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा ? बिहार में इन नामों की चर्चा बढ़ गया है. 

By Nishant Kumar | December 14, 2025 5:46 PM

Bihar BJP Political News: पटना जिले के बांकीपुर विधानसभा के विधायक और बिहार सरकार में पथ निर्माण और नागर विकास मंत्री नितिन नबीन को भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. बिहार विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को उद्योग विभाग का मंत्री बनाया गया है. अब बिहार में भाजपा की नीति ‘एक व्यक्ति-एक पद’ ककई चर्चा बढ़ गई और इसके साथ-साथ इस बात की भी चर्चा हो रही है कि आखिर दिलीप जायसवाल के बाद बिहार भाजपा की कमान किसके हाथों में जाएगी ? 

अब नितिन नबीन के हाथ में गया मामला 

प्रदेश भाजपा की पूरी नजर पार्टी के प्रमुख रणनीतिकारों पर टिकी है. केंद्रीय नेतृत्व जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाएगा, उसकी रणनीति और प्राथमिकताओं के अनुरूप ही प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी. हालांकि इससे पहले भाजपा पूरी तरह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करेगी. जिला स्तर से नामों का प्रस्ताव मंगाया जाएगा, इसके बाद मौजूदा संगठन उनसे विचार-विमर्श कर तीन नामों की सूची तैयार करेगा. अंततः इन्हीं नामों में से किसी एक को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.

क्या कहते हैं जातीय समीकरण ? 

भाजपा राजनीतिक भविष्य को ध्यान में रखते हुए किसी ऐसे जाति वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष चुनेगी जो LHS और RHS का बैलेंस बनाए रखे. ऐसे में LHS वो जाति वर्ग है जिसे भाजपा टारगेट कर रही है यानी उस वोट को अपने खेमे में लाना चाहती है जैसे ‘यादव’. अब RHS वो जाति वर्ग है जो अमूमन भाजपा के साथ है जैसे सवर्ण. अब सवर्ण से बनाने के पीछे का कारण ये बताया जा रहा है कि भाजपा अपने वोट बैंक पर पकड़ बनाए रखना चाहती है. 

यदि ब्राह्मण तो कौन होगा प्रदेश अध्यक्ष 

ब्राह्मण जाति वर्ग से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नामों में गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर विधानसभा के विधायक मिथिलेश तिवारी और झंझारपुर से पांच बार विधायक रहे नीतीश मिश्रा का नाम आगे चल रहा है. इस बार मंत्रिमंडल में जगह न मिलने के बाद यह माना जा रहा है कि पार्टी ने उनके लिए संगठन में बड़ी भूमिका सोची है. 

OBC जाति से कौन हो सकता है प्रदेश अध्यक्ष ? 

अन्य पिछड़ी जातियों को साधने के लिए भाजपा पटना के दीघा विधानसभा के विधायक संजीव चौरसिया को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है. संजीव चौरसिया का परिवार संघ से जुड़ा रहा है और उनके पिता गंगा प्रसाद जनसंघ के जमाने से भाजपा के साथ हैं.

दलित से कौन हो सकता है प्रदेश अध्यक्ष ? 

दलित वर्ग से बिहार विधान परिषद के सदस्य जनक राम का नाम सामने आ रहा है. जनक राम पहले NDA सरकार में मंत्री थे. पिछले साल हुए प्रदेश अध्यक्ष चुनाव में भी ये रेस में थे लेकिन आखिरी समय में इनका नाम कट गया. ऐसे में ये माना जा रहा है कि संगठन में इन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. 

Also read: नितिन नबीन को बीजेपी ने बनाया कार्यकारी अध्यक्ष, नीतीश सरकार में हैं मंत्री

कैसे होता है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव 

भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जिला स्तर से मिले फीडबैक के आधार पर किया जाता है. इसके लिए जिलावार नेताओं से अध्यक्ष पद के लिए नामों के प्रस्ताव मांगे जाते हैं जिनकी जांच के बाद तीन नामों का चयन किया जाएगा.  ये नाम दिल्ली के पार्टी हाईकमान को भेजे जाएंगे. यहां चयनित नेताओं का इंटरव्यू होगा. इसके बाद पार्टी नेतृत्व बिहार के नए प्रदेश अध्यक्ष पर अंतिम निर्णय लेगा. पिछले डेढ़ साल में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के अनुभव को देखते हुए पार्टी संगठनात्मक सक्रियता और आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी को प्राथमिक आधार बनाकर नया प्रदेश अध्यक्ष चुनती है.