बिहार में आतंक की फैक्ट्री तैयार कर था PFI, युवाओं को गुमराह कर इन शहरों में चला रही थी भर्ती रैली

NIA ने बिहार में चल रहे पीएफआइ को लेकर बड़ा खुलासा किया है. बताया जा रहा है कि प्रतिबंधित संगठन मोतिहारी और मुजफ्फरपुर में युवाओं को अपने साथ जोड़ने के लिए भर्ती रैली कर रहा था. इस बात का खुलासा NIA के द्वारा मुजफ्फरपुर के बरूराज थाने में दर्ज एफआइआर से हुआ है.

By Prabhat Khabar Print Desk | February 8, 2023 7:31 AM

NIA ने बिहार में चल रहे पीएफआइ को लेकर बड़ा खुलासा किया है. बताया जा रहा है कि प्रतिबंधित संगठन मोतिहारी और मुजफ्फरपुर में युवाओं को अपने साथ जोड़ने के लिए भर्ती रैली कर रहा था. इस बात का खुलासा NIA के द्वारा मुजफ्फरपुर के बरूराज थाने में दर्ज एफआइआर से हुआ है. एफआइआर में बताया गया है कि उत्तर बिहार में पीएफआई के नेटवर्क बरूराज थाना क्षेत्र के परसौनी निवासी मो कादिर अपने रिश्तेदार पूर्वी चंपारण के चकिया थाना के कुअंवा निवासी रियाज मौरीफ उर्फ बबलू के सहयोग से मजबूत कर रहा था. पीएफआइ में नये सदस्यों को भर्ती कर ट्रेनिंग भी दी जा रही थी.

बेलाल ने 2020 में किया था पीएफआइ ज्वाइन

एनआइए के हत्थे चढ़े बेलाल उर्फ इरशाद ने बताया कि वह चकिया के हरपुर किशुनी गांव का है. उससे पूछताछ के बाद बरूराज थाने में एनआइए ने बेलाल उर्फ इरशाद, रियाज मौरीफ उर्फ बबलू, मो कादिर, याकूब खान उर्फ सुल्तान उर्फ उस्मान और मो अफरोज को नामजद करते हुए अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. बेलाल ने खुलासा किया है कि 2020 में रियाज मौरीफ और याकूब के संपर्क में आकर पीएफआइ ज्वाइन किया था. रियाज मौरीफ ने पीएफआई के विस्तार के लिए मोहमद कादिर के घर बैठक की थी.

तमिलनाडु सहित कई जगहों पर फैला है पीएफआई का नेटवर्क

बेलाल के मुताबिक पीएफआई को मजबूत बनाने के लिए तमिलनाडू के मोहमद रोसले, दरभंगा के मोहमद सन्नुल्लाह, मधुबनी के तौसिफ, मेहसी के अंसारुल हक, मोहमद अफरोज, बिहारशरीफ के शमीम अख्तर नये सदस्यों के लिए अलग-अलग जगह फिजिकल ट्रेनिंग की व्यवस्था करते हैं. वह खुद मोतिहारी के गांधी मैदान में ट्रेनिंग में शामिल हो चुका है, जिसे बबलू और याकूब ने आयोजित किया था. वह मई 2022 में पटना के फुलवारीशरीफ में आयोजित पीएफआई कैडर की बैठक में भाग ले चुका है.

व्हाटसएप मैसेज भेज बुलाते थे बैठक

2020 में पीएफआई के प्रतिबंधित होने के बाद रियाज मौरीफ उर्फ बबलू ने संगठन का कार्य गोपनीय तरीके से करने का निर्णय लिया. व्हासएप पर वॉयस मैसेज भेज कर बैठक बुलायी जाती थी. बबलू ने वॉयस मैसेज भेज कर याकूब खान के साथ बरुराज थाना क्षेत्र के परसौनीनाथ पहुंचने को कहा था. इसके बाद उसने व्हाट्सएप के माध्यम से ही अफरोज को संदेश भेजा था.

कादिर का रिश्तेदार है बबलू

पांच फरवरी की रात एनआइए की टीम के इंस्पेक्टर विकास कुमार, हवलदार सुनील कुमार, रुपेश रजक ने बरूराज पुलिस के सहयोग से परसौनीनाथ निवासी मोहमद कादिर के घर छापेमारी की थी. वह रियाज मौरीफ उर्फ बबलू का रिश्तेदार है. टीम ने कादिर के भाई आजाद, उसकी मां, पत्नी सहित अन्य लोगों से पूछताछ की थी. छह फरवरी को भी एनआइए की टीम ने दुबारा मोहमद कादिर के घर जाकर तलाशी ली थी. परिजनों से पूछताछ की थी. तलाशी के दौरान दो तलवार और पीएफआई से संबंधित एक झंडा भी जब्त किया था. फिलहाल मोहमद कादिर पुलिस के गिरफ्त से बाहर है.

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