माता के दरबार में मत्था टेकने से होती है मनोवांछित फल की प्राप्ति

NAWADA NEWS.नवादा जिले के नरहट प्रखंड अंतर्गत खनवां गांव स्थित आदि शक्ति मां महारानी की महिमा अपरंपार है. जो भी भक्त सच्चे हृदय से मां के दरबार में माथा टेकते हैं, उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.

By VISHAL KUMAR | September 27, 2025 6:06 PM

नरहट प्रखंड अंतर्गत खनवां गांव स्थित आदि शक्ति मां महारानी की महिमा अपरंपार

शारदीय नवरात्रि में श्रद्धालुओं की उमड़ती हैभीड़

प्रतिनिधि, नरहट नवादा जिले के नरहट प्रखंड अंतर्गत खनवां गांव स्थित आदि शक्ति मां महारानी की महिमा अपरंपार है. जो भी भक्त सच्चे हृदय से मां के दरबार में माथा टेकते हैं, उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. शारदीय नवरात्रि में दुर्गा पूजा के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. श्रद्धालु महिलाएं पुत्र, धन, वैभव व यश की प्राप्ति के लिए माता की आराधना करते हैं. मनोकामना पूर्ण होने पर नारियल फोड़ने, चुनरी चढ़ाने और मां की कोई कोइच्छा भरने की भी परंपरा है. महारानी का मंदिर काफी प्रसिद्ध होने के कारण यहां दूर-दूर से दूसरे राज्यों के भी श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए आते हैं. माता के दर पर आए श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए मंदिर कमेटी के सदस्य हमेशा तत्पर रहते हैं. दुर्गा पूजा के लिए मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया है.

क्या है मंदिर का इतिहास

खनवां गांव स्थित मां आदि शक्ति महारानी मंदिर का इतिहास काफी पुराना है. जानकार बताते हैं कि वर्षों पूर्व खनवां गांव घना जंगल था. उसे समय बनिआयत जाति के लोग मां महारानी की पूजा अर्चना करते थे. मां महारानी की महिमा अपरंपार है. यहां बलि देने की भी प्रथा चली आ रही है. यहां नवरात्रि में काफी संख्या में श्रद्धालु भक्त पूजा अर्चना करते हैं. मन्नते पूरी होने पर अष्टमी और नवमी के दिन कोइच्छा भरने व नारियल चुनरी चढ़ाकर मां महारानी की पूजा करते हैं. वर्षों पूर्व बने पुराने आदि शक्ति मां महारानी की मंदिर का जीर्णोद्धार कर उसी जगह पर भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि आपसी सहयोग से करीब पांच करोड़ की लागत से भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है.

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