दवा दुकानदार गये हड़ताल पर, मरीज परेशान

बिहारशरीफ : जिले के दवा दुकानदार बुधवार से तीन दिवसीय हड़ताल पर चले गये. सात सूत्री मांगों को लेकर नालंदा जिला औषधि विक्रेता संघ ने बिहार केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के आह्वान पर हड़ताल शुरू कर दी है. जिले के थोक एवं खुदरा दवा विक्रेता इस हड़ताल में शामिल हैं. हड़ताल के कारण जिले की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 23, 2020 5:58 AM

बिहारशरीफ : जिले के दवा दुकानदार बुधवार से तीन दिवसीय हड़ताल पर चले गये. सात सूत्री मांगों को लेकर नालंदा जिला औषधि विक्रेता संघ ने बिहार केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के आह्वान पर हड़ताल शुरू कर दी है. जिले के थोक एवं खुदरा दवा विक्रेता इस हड़ताल में शामिल हैं.

हड़ताल के कारण जिले की दवा दुकानें बंद रहने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. हालांकि नालंदा जिला औषधि विक्रेता संघ ने आकस्मिक सेवा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी है, जिससे रोगियों को राहत भी हुई है.
वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सरकारी अस्पताल, नर्सिंग होम के अंदर संचालित दवा दुकानों तथा प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र को बंद से मुक्त रखा गया, जिससे कि रोगियों को दवा खरीदने में आसानी हुई.
संघ ने दिखायी एकजुटता : नालंदा जिला औषधि विक्रेता संघ के जिला अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार व सचिव अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि तीन दिवसीय हड़ताल में दवा दुकानदारों ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए दुकानें बंद रखीं.
दवा दुकानदारों ने शहर के पुलपर एक मार्केट के पास एकत्रित होकर एकता दिखायी. दवा दुकानदारों ने इस दौरान कहा संघ के बैनर तले मांगें पूरी होने तक अपनी आवाज को बुलंद की जायेगी.
उन्होंने कहा कि संघ की मांगों में फार्मासिस्ट समस्या का जब तक सरकार की ओर से समाधान नहीं हो जाता है, तब तक पूर्व की स्थिति को बहाल रखा जाये, दवा दुकानों में निरीक्षण ड्रग एक्ट में परिभाषित फॉर्मेट फार्म-35 के अनुसार ही होना चाहिए, निरीक्षण के क्रम में पायी गयी तकनीकी गलतियों पर कार्रवाई करने से पहले सुधार का मौका दिया जाना चाहिए,
लाइसेंस के नवीनीकरण में केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के आलोक में राज्य औषधि नियंत्रक द्वारा चालान जमा करने में एक स्पष्ट निर्देश जारी किया जाये समेत सात सूत्री मांगें शामिल हैं. मौके पर मो आजम, उमेश कुमार वर्मा, जेबी यादव, सुधीर कुमार सिंह, कुंदन कुमार, प्रवीण कुमार, महेंद्र प्रसाद समेत कई दवा दुकानदार मौजूद थे.
अस्पताल व नर्सिंग होम के अंदर संचालित दवा दुकानें रहेंगी खुली
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र को भी रखा गया है बंदी से मुक्त

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