CRPF के वरिष्ठ अधिकारी पर जवान के ऊपर गर्म पानी फेंकने का आरोप, जांच के आदेश

नयी दिल्ली/नालंदा : बिहार के राजगीर जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के भर्ती प्रशिक्षण केंद्र में ज्यादा गर्म पानी पीने से अपना मुंह जलने पर एक पुलिस उपमहानिरीक्षक ने पानी देने वाले जवान के चेहरे पर कथित तौर पर गर्म पानी फेंक दिया. अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 8, 2020 5:03 PM

नयी दिल्ली/नालंदा : बिहार के राजगीर जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के भर्ती प्रशिक्षण केंद्र में ज्यादा गर्म पानी पीने से अपना मुंह जलने पर एक पुलिस उपमहानिरीक्षक ने पानी देने वाले जवान के चेहरे पर कथित तौर पर गर्म पानी फेंक दिया. अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं. बल की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उपमहानिरीक्षक डीके त्रिपाठी संस्था में अधिकारी मेस में रुके हुए थे.

उन्होंने यहां ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल अमोल खरात से पीने के लिए गर्म पानी मांगा. इसके बाद कांस्टेबल ने एक थर्मस में उन्हें गर्म पानी दिया जिसे पीकर कथित तौर पर उनका मुंह जल गया. इस पर उन्होंने खरात को बुलाया. उनके बीच बहस हुई और इसके बाद उपमहानिरीक्षक ने कांस्टेबल के चेहरे और कपड़ों पर गर्म पानी ‘फेंक’ दिया. अधिकारी बिहार में मोकामाघाट के सीआरपीएफ समूह केंद्र में तैनात है. जब पीटीआई-भाषा ने त्रिपाठी से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि जांच चल रही है और उनके लिए यह ठीक नहीं है कि वह चल रही ‘एक तरफा कहानी’ पर टिप्पणी करें.

अधिकारियों ने बताया कि बल के महानिरीक्षक रैंक स्तर के अधिकारी से इस मामले की जांच कराने के आदेश दियेगये हैं. उन्होंने बताया कि पहली नजर में यह ‘दुर्घटना’ का मामला लगता है और जब दोनों के बीच बहस चल रही थी तो गर्म पानी गिर गया. अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट 10 जनवरी तक आने की संभावना है, जिसके बाद ही इसके बारे में सटीक जानकारी मिल पायेगी. भूतपूर्व अर्धसैनिकों के एक संगठन ने कहा कि जवान पर ‘‘यह बयान देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है कि जलने के निशान थर्मस से गर्म पानी गिरने की वजह से आए.’ संगठन ने कहा, ‘‘ जवान को परिवार के सदस्यों और सहकर्मियों से बात करने की अनुमति नहीं दी जा रही है. उसका फोन वरिष्ठ अधिकारियों ने छीन लिया है.

Next Article

Exit mobile version