नालंदा : घोड़ाकटोरा में जलाशय निर्माण स्थल का सीएम ने किया निरीक्षण

बिहारशरीफ (नालंदा) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार की शाम घोड़ाकटोरा पहुंचकर गंगा जल उद्वह योजना के तहत प्रस्तावित जलाशय निर्माण स्थल का निरीक्षण किया. इस योजना के तहत गंगा नदी के जल को पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पहुंचाने की योजना है. इसके तहत बरसात के महीने में गंगा नदी के जल को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2019 8:00 AM

बिहारशरीफ (नालंदा) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार की शाम घोड़ाकटोरा पहुंचकर गंगा जल उद्वह योजना के तहत प्रस्तावित जलाशय निर्माण स्थल का निरीक्षण किया. इस योजना के तहत गंगा नदी के जल को पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पहुंचाने की योजना है. इसके तहत बरसात के महीने में गंगा नदी के जल को पाइप लाइन के सहारे घोड़ाकटोरा लाया जायेगा. यहां गंगा जल का संचय किया जायेगा.

इस जल को ट्रीटमेंट के बाद बिहारशरीफ शहर एवं राजगीर में आपूर्ति की जायेगी. गंगाजल को नवादा एवं गया तक पहुंचाया जायेगा. जल के संचय के लिए घोड़ा कटोरा के पास पहाड़ी के किनारे एवं पंचाने नदी के बीच लगभग 350 एकड़ क्षेत्रफल में जलाशय बनाया जायेगा. सीएम ने अधिकारियों के साथ नक्शे के माध्यम से गंगा जल संचय पर विमर्श किया. इस दौरान जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने मानचित्र के माध्यम से इस परियोजना के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी.

शेखुपरा के मटोखर दह व डीहा को मिलेगा पर्यटन स्थल का दर्जा

सीएम ने शेखपुरा के टोखर दह को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की बात कही. मटोखर दह जिला मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर पश्चिम दिशा में स्थित है और मुंगेर कमिश्नरी का सर्वाधिक विशाल तालाब इसे माना जाता है. इसकी लंबाई एक किलोमीटर तथा चौड़ाई करीब 400 मीटर है. इसमें सालों भर पानी रहता है.

वहीं, अरियरी प्रखंड अंतर्गत डीहा गांव को भी सीएम ने पुरातात्विक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण स्थल बताया. उन्होंने कहा कि दो साल पहले यहां पहुंचे थे और गांव में टीले को देखकर उन्होंने वहां पुरातात्विक टीम को भेजा. वहां से भी कई पौराणिक बातें सामने आयी हैं. उन्होंने डीहा को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किये जाने की बात कही. इससे पहले मुख्यमंत्री ने 285 करोड़ की 81 योजनाओं का शिलान्यास किया. साथ ही 115 करोड़ की 54 योजनाओं का उद्घाटन किया.