जिले के 59 आहर-पइन व 12 तालाबों का होगा जीर्णोद्धार

बिहारशरीफ : जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जिले के आहर-पइन व तालाब के दिन बहुरने वाले हैं. लघु सिंचाई विभाग द्वारा जिले के 61 योजनाओं पर काम किया जाना है. इसमें 59 पइन व 12 तालाब शामिल हैं. इन आहर-पइन व तालाब का जीर्णोद्धार किया जाना है. जिन 12 तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाना है, वे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 5, 2019 7:46 AM

बिहारशरीफ : जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जिले के आहर-पइन व तालाब के दिन बहुरने वाले हैं. लघु सिंचाई विभाग द्वारा जिले के 61 योजनाओं पर काम किया जाना है. इसमें 59 पइन व 12 तालाब शामिल हैं. इन आहर-पइन व तालाब का जीर्णोद्धार किया जाना है. जिन 12 तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाना है, वे सभी एक एकड़ से अधिक के तालाब हैं.

इन योजनाओं पर करीब 74 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इन आहर-पइन व तालाबों का जीर्णोद्धार 03 मार्च, 2020 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है. इन योजनाओं का काम पूरा हो जाने पर सभी 20 प्रखंडों के किसानों को फायदा होगा. भू-जल स्तर के गिरावट होने से जलसंकट पर इससे लगाम लगाने में मदद मिलेगी. इस्लामपुर प्रखंड में सबसे ज्यादा आठ, नूरसराय, एकंगरसराय, सिलाव व राजगीर में पांच आहर-पइन की उड़ाही होगी. रहुई, बिहारशरीफ व कतरीसराय में एक-एक पइन की उड़ाही की जायेगी.
12 तालाबों की बंद किस्मत भी खुलेगी : आहर-पइन की उड़ाही के अलावा 12 तालाबों की बंद किस्मत भी खुलेगी. इन तालाबों का जीर्णोद्धार किया जायेगा. एक तालाब की उड़ाही पर औसतन 15 से 20 लाख रुपये खर्च होने की उम्मीद है. तालाबों की गहराई पांच फुट होगी. तालाब के चारों ओर के किनारों को भी मजबूत किया जायेगा. तालाबों का जीर्णोद्धार होने से भूगर्भीय जल लगातार रिचार्ज होगा.
किसानों को होगा फायदा : आहर-पइन व तालाबों के जीर्णोद्धार होने से जहां भू-जल रिचार्ज आसानी से होगा, वहीं किसानों को खेतों की सिंचाई में सुविधा होगी. आहर-पइन की खुदाई होने से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचेगा. तालाब की खुदाई होने से भू-जल स्तर सामान्य रहेगा, जिससे किसानों को जरूरत पड़ने पर बोरिंग चलाकर सिंचाई करने में सहुलियत होगी.
आहर-पइन व तालाब खुदाई की 61 योजनाओं को लघु सिंचाई विभाग ने दी स्वीकृति
इस योजना पर खर्च होंगे "74 करोड़, मार्च तक पूरा होगा काम
पांच फुट गहरी होगी पइन की खुदाई
जिन 59 आहर-पइन की खुदाई होगी उसकी गहराई पांच फुट होगी. आहर की सतह से गाद को हटाकर दोनों किनारे को मजबूत किया जायेगा. जहां पर अतिक्रमण की समस्या है, वहां के सीओ को लघु सिंचाई विभाग ने पत्र लिखकर आहर से अतिक्रमण हटाने को कहा है.
कहते हैं अधिकारी
जन-जीवन-हरियाली अभियान के तहत आहर-पइन व तालाब उड़ाही की 61 योजनाएं स्वीकृत हुई हैं. इनमें से 59 आहर-पइन व 12 तालाब के जीर्णोद्धार की योजना है. आहर-तालाब की उड़ाही के लिये टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. चयनित एजेंसियों को वर्क ऑर्डर दिया जा चुका है. मार्च तक कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
राजेश कुमार, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग

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