बाढ़ में भी संचार व्यवस्था बनी रहेगी, देंगे सेटेलाइट फोन

आपदा में भी ध्वस्त नहीं होगी व्यस्था, करते रहेंगे बातचीत

By Prabhat Kumar | June 11, 2025 7:09 PM

फोटो

खास बातें

आपदा में भी ध्वस्त नहीं होगी व्यस्था, करते रहेंगे बातचीत

बाढ़वाले इलाके में सैटेलाइट फोन, जिला आपातकालीन केंद्र चालू

संभावित बाढ़ से निपटने के लिए हो रही है प्रशासनिक तैयारी

मंत्री व अपर मुख्य सचिव ने वीसी के जरिेये कामों की समीक्षा की

मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर

बाढ़वाले इलाके में सैटेलाइट फोन लगेंगे. जिला आपातकालीन केंद्र भी चालू किया गया है. बाढ़ से पूर्व जरूरी उपायों को पूरा कर लेने की ताकीद की गयी है. आपदा से निपटने के लिए पहले से ही प्रशासनिक तैयारी की जा रही है. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री विजय कुमार मंडल व अपर मुख्य सचिव (आपदा) प्रत्यय अमृत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा की. बैठक में डीएम, अपर समाहर्ता राजस्व/आपदा और प्रभारी पदाधिकारी (आपदा) भी जुड़े थे. डीएम ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि राहत व बचाव कार्यों से संबंधित सभी तैयारियां समय से पहले पूरी कर ली जाएं. इन तैयारियों में आश्रय स्थलों की सूची तैयार करना, सामुदायिक किचन का संचालन, मानव व पशु चिकित्सा टीम का गठन, दवाओं की उपलब्धता, पशु चारा की व्यवस्था, तटबंधों का नियमित निरीक्षण, बिजली, पेयजल व शौचालय की व्यवस्था, मोटरबोट की उपलब्धता और राहत सामग्री का स्टॉक शामिल है. इसके अतिरिक्त, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की तैनाती के लिए भी स्थल चयन व जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है.डीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सभी सीओ व जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को तटबंधों की सुरक्षा हेतु संयुक्त रूप से निरीक्षण व सतत निगरानी बनाये रखने के निर्देश दिए हैं. जिले में मुख्य रूप से बूढ़ी गंडक, गंडक व बागमती नदियों से बाढ़ आती है, लेकिन लखनदेई, नून, झाझा, कदाने व वाया नदियों के कारण भी बाढ़ और जल जमाव का खतरा रहता है.

खरीदेंगे पॉलिथीन शीट्स, जानेंगे निजी नावें

पूर्वी चंपारण, वैशाली व शिवहर जिलों से पॉलिथीन शीट्स की मांग के आलोक में मुजफ्फरपुर से पॉलिथीन शीट्स खरीदने की कार्रवाई की जा रही है.बाढ़ राहत कार्य में उपयोग होने वाली सभी सामग्रियों व पशु चारा के लिए दरों का निर्धारण कर लिया गया है. डीएम ने सभी सीओ को देसी निजी नावों के पंजीकरण व एकरारनामा करने व निजी नाव मालिकों की सूची जमा करने के निर्देश दिये हैं.

बाढ़ राहत कैंप व रसोई केंद्र भी बनेंगे

जिला आपातकालीन संचालन केंद्र 24×7 संचालित है और इसमें कर्मियों की तैनाती कर दी गयी है. डीएम ने केंद्र का निरीक्षण कर सुनिश्चित किया कि टेलीफोन, मोबाइल, फैक्स, टेलीविजन व सैटेलाइट फोन जैसे सभी उपकरण पूरी तरह कार्यशील हैं. उन्होंने कर्मियों को समय पर कार्यालय आने, कार्यों का ससमय निष्पादन करने और अभिलेखों को अद्यतन रखने के निर्देश दिए हैं. पहचान किये गये बाढ़ राहत कैंप व सामुदायिक रसोई केंद्रों के सफल संचालन के लिए सीओ को स्थल निरीक्षण व रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है. अनुग्रह अनुदान की राशि के हस्तांतरण के लिए आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर लाभुकों की जांच करने व छूटे व्यक्तियों की शत-प्रतिशत प्रविष्टि सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है