केंद्र पर छह फीसदी फेस-मैचिंग ने पकड़ा फर्जी कैंडिडेट, रैकेट को लेकर जांच तेज
केंद्र पर छह फीसदी फेस-मैचिंग ने पकड़ा फर्जी कैंडिडेट, रैकेट को लेकर जांच तेज
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
रेलवे भर्ती बोर्ड की भर्ती परीक्षा में रेलवे की तकनीकी सख्ती और अधिकारियों की सतर्कता के कारण बीते रविवार को मुजफ्फरपुर के कांटी स्थित सेंटर से एक बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया. फर्जी परीक्षार्थी राजेश कुमार जो राजा कुमार की जगह परीक्षा देने आया था. वह रेलवे के मजबूत इमेज मैचिंग सिस्टम के आगे टिक नहीं पाया. बायोमेट्रिक पंजीकरण के दौरान उसकी लाइव तस्वीर और आवेदन की तस्वीर का मिलान केवल छह फीसदी ही पाया गया, जबकि हस्ताक्षर भी मेल नहीं खा रहे थे. पूछताछ में पकड़े गए राजेश कुमार ने स्वीकार किया कि उसने फोटो मिलाने और बायोमेट्रिक डेटा में हेरफेर करने की कोशिश की थी. हालांकि, भागने की कोशिश के बावजूद स्थानीय पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस अब इस पूरे रैकेट का पता लगाने के लिए मामले की जांच कर रही है कि फर्जी परीक्षार्थी कौन लाया और डेटा में हेरफेर कैसे किया गया. राजेश गनीपुर बेझा सकरा थाना क्षेत्र का रहने वाला है. सीपीआरओ सरस्वती चंद्र की ओर से इस बारे में जानकारी दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
