सावन में शहर के बाजार से दस लाख के चंदन का होगा कारोबार

Sandalwood worth ten lakhs will be traded

By Vinay Kumar | June 26, 2025 7:39 PM

पूजन सामग्री के दुकानदार बनारस से मंगा रहे चंदन का पावडरसावन के पूरे महीने चंदन की रहती है मांग, ग्रामीण क्षेत्रों में भी होती है सप्लाई सावन के 14 दिन शेष उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर सावन का महीना शिव भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है, और इस दौरान भगवान शिव की पूजा में चंदन का उपयोग एक परंपरा है. यही कारण है कि इस महीने चंदन के पावडर की सबसे अधिक बिक्री होती है. सावन में बिक्री का आकलन करते हुए यहां के पूजन-सामग्रियों के दुकानदारों ने चंदन का स्टॉक करना शुरू कर दिया है. विक्रेताओं की माने तो शहर के बाजार से पूरे महीने में करीब दस लाख के चंदन की बिक्री होगी. शहर में करीब आधा दर्जन पूजन सामग्रियो की दुकानें हैं, जो बनारस से चंदन मंगवाते हैं. इसकी सप्लाई पूरे जिले में कही जाती है. सावन में प्रत्येक सोमवार को शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है और घरों में भी भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है. इस दौरान भक्त चंदन का तिलक लगाकर भगवान की पूजा करते हैं. दुकानदारों का मानना है कि पूजन सामग्रियों में चंदन की बिक्री सबसे अधिक होती है. सरैयागंज के चंदन विक्रेता प्रमोद कुमार ने कहा कि सावन में चंदन की बिक्री कई गुना बढ़ जाती है. पिछले साल भी अच्छी बिक्री हुई थी. इस बार बिक्री बढ़ने की उम्मीद है. सावन में पांच से लेकर बीस रुपये तक के चंदन के छोटे पैकेट की मांग सबसे अधिक रहती है. ग्रामीण क्षेत्रों के दुकानदार भी सावन से पहले थोक बाजार से चंदन की खरीदारी करने आते हैं. वे अपने क्षेत्रों में लाेगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़ी मात्रा में चंदन ले जाते हैं. इसके अलावा शिव मंदिरों से भी चंदन की काफी मांग रहती है. यहां के पुजारी आने वाले भक्तों को चंदन लगा कर आशीर्वाद देते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है