ऑपरेटरों की हड़ताल का असर, नहीं हुआ कामकाज

ऑपरेटरों की हड़ताल का असर, नहीं हुआ कामकाज

By KUMAR GAURAV | July 18, 2025 7:39 PM

दूसरे दिन भी सरकारी कार्यालय में काम पर पड़ा असर

नहीं आए बेल्ट्रॉन के ऑपरेटर, डीटीओ में लोग लौट गये

वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर

बेल्ट्रॉन के ऑपरेटरों की हड़ताल का असर दिखने लगा है. सरकारी कार्यालयों में कामकाज नहीं हुआ. जो लोग आये थे, उन्हें बिना काम कराये लौट जाना पड़ा. लंबित मांगों को लेकर बेल्ट्रॉन के ऑपरेटर 17 जुलाई से बेमियादी हड़ताल पर हैं. केवल चुनाव कार्य में जिन ऑपरेटरों की डयूटी लगी थी, वे ही काम पर थे. इसके अलावा जिन 24 सरकारी कार्यालय में इन ऑपरेटरों की डयूटी थी, वहां सन्नाटा पसरा रहा. प्रखंड स्तर पर सभी कार्यालय जहां बेल्ट्रॉन के ऑपरेटर हैं, वहां कामकाज ठप है. अधिकांश काम ऑनलाइन हो चुके हैं. ऐसे में इसका असर लाजिमी है. दूसरे दिन भी दर्जनों वाहन मालिक डीटीओ पहुंचे, लेकिन सभी को निराश लौटना पड़ा. कार्यालय तो खुला था कि पर काउंटर पर ऑपरेटर नहीं थे. प्रतिदिन कम से कम दिनभर में ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी ट्रांसफर, टैक्स, फिटनेस आदि काम के लिए पांच सौ से सात सौ लोग आते हैं. गेट पर तैनात सिपाही ने बता दिया कि ऑपरेटरों की हड़ताल है. यह जानकर अधिकांश लोग गेट से वापस हो गये. लर्निंग का टेस्ट देने पहुंचे विकास ने बताया कि टेस्टिंग का स्लॉट बुक था. कुछ लोग कार्यालय में अंदर जाकर काउंटर खाली देखे तब वापस लौटे. इसी तरह अन्य सरकारी कार्यालय में भी आमलोगों का काम प्रभावित रहा.

22000 कर्मी पदस्थापित, पर मांगें अनसुनी

पटना के गर्दनीबाग में विभिन्न जिलों से कर्मियों की उपस्थिति रही और दूसरे दिन भी हड़ताल पर जमे रहे. राज्यस्तरीय डाटा इंट्री ऑपरेट एकता मंच ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि राज्य के विभिन्न कार्यालयों में 22000 कर्मी पदस्थापित हैं. राज्य सरकार की योजनाओं के साथ-साथ विभागीय कार्यों का निष्पादन निष्ठापूर्वक वर्षों से करते आ रहे हैं. लेकिन सेवा सुरक्षा की व्यवस्था समुचित नहीं होने से किसी भी क्षण हमारी सेवा वापस कर दी जाती है. इसके बावजूद आज तक हमें मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया है, इन्हीं सभी मांग को लेकर हमारा आंदोलन जारी है.

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