सरकारी दफ्तरों में अब ”स्वच्छ बिहार पोर्टल” से दिखेगी सफाई की हकीकत
Now the reality of cleanliness in government offices
अपर जिला दंडाधिकारी को नोडल अधिकारी की दी गयी, जिम्मेदारी पोर्टल को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) की तकनीकी सहायता से विकसित किया गया मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर सरकारी कार्यालयों के आधुनिकीकरण और साफ-सफाई की व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. अब ”स्वच्छ बिहार पोर्टल” के माध्यम से इन कार्यों की प्रभावी निगरानी की जायेगी. इस पहल का मुख्य उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में एक स्वच्छ एवं बेहतर माहौल निर्मित करना है, ताकि वहां पहुंचने वाले आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उन्हें एक सकारात्मक अनुभव मिल सके. विभागीय आदेश के आलोक में, डीएम सुब्रत कुमार सेन ने इस पोर्टल के संचालन के लिए जिले में नोडल और सहायक नोडल पदाधिकारियों को नामित कर दिया है. अपर जिला दंडाधिकारी संजीव कुमार को इस कार्य के लिए नोडल पदाधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि प्रभारी जिला स्थापना उप समाहर्ता टोनी कुमारी को सहायक नोडल पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया है. जिलाधिकारी ने इन दोनों अधिकारियों को उनके पूर्व से आवंटित कार्यों के अतिरिक्त, इस नयी जिम्मेदारी का भी पूरी गंभीरता और उत्कृष्टता के साथ निष्पादन करने का स्पष्ट निर्देश दिया है. पोर्टल के संचालन हेतु आवश्यक यूजर नेम और पासवर्ड भी उन्हें उपलब्ध करा दिए गए हैं.सूत्रों के अनुसार, ”स्व स्वच्छ बिहार पोर्टल” राज्य सरकार की एक दूरदर्शी और महत्वपूर्ण पहल है. यह डिजिटल तकनीक का लाभ उठाते हुए एक स्वच्छ, जवाबदेह और पारदर्शी प्रशासनिक व्यवस्था की नींव रखने का प्रयास है. इस पोर्टल को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) की तकनीकी सहायता से विकसित किया गया है. इसके माध्यम से न केवल स्वच्छता से जुड़े विभिन्न कार्यों की गहन निगरानी की जा सकेगी, बल्कि उनकी रिपोर्टिंग और मूल्यांकन प्रक्रिया भी सुगम और पारदर्शी होगी. इससे सरकारी कार्यालयों की कार्यसंस्कृति में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
