Muzaffarpur News अपनी ही नहीं, गांवों की भी समस्याएं बता रही आधी आबादी
कई सुझाव महिला संवाद के दौरान मुजफ्फरपुर की आधी आबादी सरकार को दे रही है.

-महिला संवाद के जरिये सरकार को मिल रही उपयोगी सलाह
-हर दिन 32 स्थानों पर संवाद कार्यक्रम का हो रहा है आयोजन
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
Muzaffarpur Newsगांव-गांव में जो महिला संवाद आयोजित हो रहा है, उसको लेकर ग्रामीण महिलाएं काफी खुश नजर आ रही हैं. अपनी समस्याओं के साथ-साथ वह नये सुझाव भी सरकार को दे रही हैं. कई सुझाव महिला संवाद के दौरान मुजफ्फरपुर की आधी आबादी सरकार को दे रही है. महिलाओं का कहना है कि कम से कम पंचायत स्तर पर कृषि विभाग सहित अन्य विभागों का प्रशिक्षण शिविर हर महीने आयोजित होना चाहिये जिसमें रहने-खाने की व्यवस्था हो. हम शाम में अपने घर जाकर परिवार को भी देख सकें और अच्छे से प्रशिक्षण भी ले पायें.ट्रेनिंग से महिलाएं हो सकती हैं हुनरमंद
जिला स्तर पर आने-जाने में काफी परेशानी होती है. महिलाएं चाहती हैं कि ग्रामीण स्तर पर ही हुनर मिले ताकि घर में रहते हुए ज्यादातर काम कर सकें. इसके लिए ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र (आरसेटी) और कृषि विज्ञान केंद्र सहित कई तरह के संस्थानों का सहयोग अहम है. बकरी, पालन, मशरूम पालन, मोबाइल बनाना, कंप्यूटर सीखना इस तरह के कई ट्रेड है. जिसकी ट्रेनिंग पंचायत स्तर पर हो तो महिलाएं काफी हुनर मंद हो सकती हैं.18 अप्रैल से चल रहा है महिला संवाद
कुशल युवा केंद्र द्वारा कुछ प्रशिक्षण तो दिए जा रहे हैं लेकिन उसमें कंप्यूटर के साथ ही अन्य तरह के प्रशिक्षणों को भी जोड़ना जरूरी है. नये तरह के कोर्स उसमें शामिल किये जायें ताकि आधुनिकता के साथ महिलाएं भी कदमताल बढ़ाकर आगे बढ़ सकें. महिला संवाद 18 अप्रैल से पूरे जिले में चल रही है जिसमें प्रत्येक दिन 32 स्थान पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जिसमें हजारों महिलाएं भाग लेती है और सरकार की कई नीतियों में बदलाव के लिए सुझाव भी दे रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है