दशलक्षण महापर्व : जैन मंदिर में महाअभिषेक
Mahabhishek in Jain temple
दीपक-21 उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर मोतीझील स्थित जैन मंदिर में पर्युषण के अवसर पर दशलक्षण महापर्व का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में मंदिर परिसर में सुबह भगवान महावीर का महाअभिषेक, शांतिधारा व महापूजा संपन्न की गयी. जिनागम के अनुसार पांच महाव्रतों का धारण, पांच समितियों का पालन, चार कषायों का निग्रह, तीन दंडों का त्याग व पांच इंद्रियों की विजय को संयम कहा गया है. संयम ही आत्मा का हितकारी धर्म है. जैन धर्म में दशलक्षण पर्व आत्मशुद्धि व सद्गुणों की साधना का महापर्व है. धूप दशमी पर जिनेंद्र भगवान की पूजा धूप, दीप व नैवेद्य के साथ की जाती है. धूप अर्पण का भाव है कि जैसे धूप जलकर सुगंध फैलाती है, वैसे ही साधक अपने भीतर के राग-द्वेष, क्रोध, लोभ व अहंकार को जलाकर आत्मा को सद्गुणों से सुवासित करें. पूजन के मौके पर राकेश जैन, रवींद्र जैन, वीरेंद्र जैन, ओमप्रकाश जैन, अजय जैन, नरेंद्र, सचिन, नवीन, अनिल, राजेश जैन, चक्रेश जैन, राजेश अजमेरा, सुमेर चंद जैन, मनोज जैन, अनीता जैन, सरोज, शशि, सुनैना, सुमन, रानी, नंदिनी, शालू, पद्मा, रचना, वीणा सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे.
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