मोतीझील पुल के नीचे पार्किंग की जगह अवैध दुकानें, व्यवसायी परेशान; चाैपट हो रहा धंधा

मोतीझील पुल के नीचे पार्किंग की जगह अवैध दुकानें, व्यवसायी परेशान; चाैपट हो रहा धंधा

By Devesh Kumar | August 5, 2025 7:23 PM

::: पार्किंग वसूली की ठेकेदारी, अवैध तरीके से दुकान लगवा दुकानदारों से हो रही वसूली

::: शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं, ब्रिज के ऊपर गाड़ी खड़ी करने पर लग जाता है जुर्माना

वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर

शहर के दिल कहे जाने वाले मोतीझील इलाके में इन दिनों एक अजीबोगरीब समस्या ने व्यापारियों और आम जनता को परेशान कर रखा है. मोतीझील पुल के नीचे गाड़ियों की पार्किंग के लिए आवंटित जगह पर अब तरह-तरह की दुकानें सज गई हैं, जिससे पार्किंग की समस्या गंभीर हो गई है. आलम यह है कि ग्राहक गाड़ी कहां खड़ी करें, यह एक बड़ा सवाल बन गया है. पुल के नीचे की जगह के लिए पार्किंग का ठेका दिया गया था, लेकिन ठेकेदार ने नियमों को ताक पर रखकर इस जगह को दुकानों के लिए किराए पर दे दिया है. इन दुकानों में खाने-पीने से लेकर अन्य कई तरह के सामान बिक रहे हैं. इससे ठेकेदार की तो चांदी हो रही है, लेकिन मोतीझील के व्यापारियों का धंधा चौपट होने की कगार पर है. इस पूरे मामले को लेकर जिला शांति समिति के सदस्य अब्दुल मजीद ने अपनी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि ग्राहक डर से मोतीझील आने से कतरा रहे हैं. अगर वे गाड़ी सड़क पर लगाते हैं, तो उन्हें जुर्माना भरना पड़ता है, और अगर वे पुल के नीचे पार्किंग के लिए जाते हैं, तो वहां दुकानें लगी हैं.

उनका कहना है कि इस स्थिति ने मोतीझील के दुकानदारों को भारी नुकसान पहुंचाया है. ग्राहक न आने से बिक्री में भारी गिरावट आई है, जिससे व्यापारियों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है. मोतीझील को शहर का दिल कहा जाता है, लेकिन यहां की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है.

अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल

स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने प्रशासन की चुप्पी पर भी सवाल उठाये हैं. उनका कहना है कि यह सब कुछ खुलेआम हो रहा है, फिर भी नगर निगम और संबंधित अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. ठेकेदार द्वारा नियमों का उल्लंघन करने के बावजूद भी उस पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही है. अब्दुल मजीद ने प्रशासन से इस मामले को गंभीरता से देखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो मोतीझील की रौनक खत्म हो जायेगी और सैकड़ों दुकानदारों का भविष्य खतरे में पड़ जायेगा.

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